निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर की श्रेया खेत्रीवाल जो फैशन डिज़ाइनर भी है, मॉडल आर्टिस्ट भी है और भागलपुर में मंडल आर्ट को लेकर आगे बढ़ने का उसका सपना है , वैश्विक महामारी कोरोना के समय में जब सब लोग घर में कैद थे तब श्रेया ने एक अलग ही काम अपने जिम्मे ले लिया और वह था मंडल आर्ट को वृहत स्तर पर तैयार करना।भागलपुर की रहने वाली श्रेया का कहना है मैं इंस्टाग्राम से प्रभावित होकर इस आर्ट में अपना तकदीर आजमाना चाह रही हूं वहीं उनकी मां सारिका खेतरीवाल और उनके पिताजी गोपाल खेतरीवाल भी उसे इस लाइन में जाने के लिए काफी सपोर्ट कर रहे हैं। श्रेया का कहना हुआ मैं जब भागलपुर के सेंट जोसेफ स्कूल भागलपुर में पढ़ती थी तभी से मुझे पेंटिंग और मॉडलिंग का काफी शौक रहा और मैं आज इसे जमीन पर उतार रही हूं ,मुझे काफी खुशी महसूस हो रही है।
आज स्थानीय होटल में श्रेया के बहुत सारे मंडल आर्ट पेंटिंग एग्जीबिशन में लगाए गए। लोगों ने इस आर्ट को काफी सराहा और उनके एग्जीबिशन में लगे कई आर्ट तो हाथों-हाथ अच्छे दामों में बिक गए।
आइए जानते हैं सबसे पहले मंडला आर्ट है क्या?
मंडला आर्ट एक प्रकार की आर्ट है जिसमें बारिक पैटर्न को सिमेट्री में बनाया जाता है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि हर पैटर्न अंत में एक विशाल गोलाकार का हिस्सा बनता है मंडल का शुरुआती बिंदु और अंतिम पैटर्न गोल ही होता है मंडल और ब्रह्मांड की को दर्शाती है जहां लाखों अलग अलग पैटर्न अंततः गोले में समा जाते हैं
कहा जाता है हाथों की कला का पता तब तक नहीं चलता , जब तक उसके गुणों को कागज पर उतार नहीं लिया जाय वाकई भागलपुर की रहने वाली श्रेया ने यह कर दिखाया।
प्रसिद्ध फैशन डिज़ाइनर और मंडाला आर्ट क्रिएटिव आर्टिस्ट श्रेया खेतड़ीवाल ने अपने हाथों की कृति को उकेरा है पन्नो पर ,कैनवास पर, व बोर्ड पर। काफी लोग इस एग्जिबिशन को देखने आए और सब उन्हें काफी तारीफ की श्रेया के बनाए इस मंडला आर्ट की।