स्वास्थ्य मकामा के किस्से अजब गजब!

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अरविंद कुमार

अपनी कारगुजारियों के कारण हमेशा चर्चाओं में रहने वाले पूर्वी चंपारण जिला के स्वास्थ्य महकमा के कारनामें थमने का नाम नहीं ले रहे है।मृत चिकित्सक के नाम से रजिस्टर्ड दो अल्ट्रासाउंड सेंटर जिले में संचालित हो रहे है।हालांकि,इस मामले में डीएम और सिविल सर्जन के पास आवेदन दिए गए हैं।लेकिन मृत चिकित्सक के नाम से निर्गत रजिस्ट्रेशन नंबर पर अल्ट्रासाउंड सेंटर के हो रहे संचालन से सिविल सर्जन ऑफिस की भूमिका पर सवाल खड़ा होना स्वाभाविक है।

इस मामले की जानकारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक को देने पर उन्होंने इस मामले में संज्ञान लेते हुए दो सदस्यीय जांच टीम गठित करने की बात कही है।डीएम के अनुसार पीजीआरओ सदर और एसीएमओ के नेतृत्व में जांच दल का गठन किया गया है।उन्होंने कहा की जांच टीम को जल्द-से-जल्द पूरे मामले की जांच करके रिपोर्ट समर्पित करने के लिए कहा गया है।

बतादें कि, डॉ. वीके सिंह के नाम पर जिले के पचपकड़ी और पकड़ीदयाल में अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालन के लिए सिविल सर्जन ऑफिस से रजिस्ट्रेशन नंबर निर्गत है।पचपकड़ी में संचालित यूनिक अल्ट्रासोनोग्राफी सेंटर का रजिस्ट्रेशन नंबर 129/19 है।जबकि पकड़ीदयाल में स्थित मानव अल्ट्रासाउंड सेंटर का रजिस्ट्रेशन नंबर 107/19 है।जिसका संचालन वीके सिंह कर रहे थे।लेकिन विगत 19 जून को डॉ. वीके सिंह का निधन हो गया।बावजूद इसके सिविल सर्जन ऑफिस से डॉ. वीके सिंह के नाम से निर्गत रजिस्ट्रेशन नंबर को रद्द करने के बदले सीएस ऑफिस के आशिर्वाद से दोनो अल्ट्रासाउंड सेंटर वर्तमान में संचालित हैं।फर्क सिर्फ इतना है कि मरीजों को उनका जांच रिपोर्ट डॉ. एसके सिंह के नाम से दिया जा रहा है और जांच रिपोर्ट पर तिथि को विलोपित कर दिया जा रहा है।सीएस ऑफिस के कृपा से संचालित दोनो अल्ट्रासाउंड के मामले में सीएस कार्यालय की भूमिका संदेह के घेरे में है।

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