रिपोर्ट – सम्राट वीर सक्सेना
फरमान शीघ्र वापस न होने पर संघ ने आंदोलन को सड़क पर उतरने की दी चेतावनी
लखीसराय: जिला मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय हसनपुर, लखीसराय में शनिवार को बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संघ के जिला अध्यक्ष वरुण कुमार ने की जबकि संचालन जिला महासचिव पवन कुमार के द्वारा किया गया। बैठक में उपस्थित शिक्षकों ने सर्वसम्मति से भागलपुर प्रमंडल व मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त द्वारा जारी शिक्षकों की सेल्फी उपस्थिति दर्ज करने एवं तीन दिन पूर्व आकस्मिक अवकाश की स्वीकृति लेने संबंधी तुगलकी फरमान पर ऐतराज जताया तथा इसे शीघ्र वापसी की मांग की और वापस नहीं लेने की स्थिति में सड़क पर उतरकर आंदोलन चलाने की चेतावनी भी दी। बैठक को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेश महासचिव बिपिन बिहारी भारती ने कहा कि व्हाट्सएप पर सेल्फी उपस्थिति भेजने से खास करके शिक्षिकाओं की निजता को भंग करता है एवं आकस्मिक अवकाश के संबंध में कहा कि आखिर शिक्षक 3 दिन पूर्व कैसे जान पाएंगे कि अमुक तिथि को आकस्मिक अवकाश लेने की जरूरत पड़ेगी।क्या शिक्षक भविष्य द्रष्टा हैं ? कि अमुक तिथि को घटना-दुर्घटना घटेगी और हमें आकस्मिक अवकाश लेने की जरूरत पड़ेगी। प्रदेश महासचिव ने इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव,निदेशक सहित माननीय मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर ऐसे तुगलकी फरमान को वापस करवाने का आग्रह किया है।उन्होंने कहा कि एक तो बिहार सरकार शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं दे पाती है।पर्व-त्योहार में भी बाल-बच्चे को मिठाई व कपड़े के लिये तरसना पड़ता है,ऊपर से तरह-तरह के तुग़लगी फरमान जारी की जाती है।जब शिक्षकों का बेस्ट ऐप से निरीक्षण संबंधी आदेश जारी है तो फिर ऐसा बेतुकी फरमान का क्या औचित्य बनता है।वरीय शिक्षकों का वेतन विसंगति का कमिटी रिपोर्ट दे चुकी है,पर निराकरण महीनों से लंबित है।कालबद्ध प्रोन्नति व बेसिक ग्रेड से स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति बर्षों से अटका है,इससे शिक्षकों का ध्यान भटकाने के लिये अजीबोगरीब फरमान जारी कर शिक्षकों को परेशान किया जाता है।सेवाकाल के दौरान मृत शिक्षकों का अनुकंपा आधारित बहाली नहीं हो पा रही है।लखीसराय जिला में जिला परिषद कार्यपालक पदाधिकारी के पास अनुकंपा संबंधित फाइल महीनों से अटका है।उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी लखीसराय को सारी समस्याओं से अवगत पूर्व में भी कराया जा चुका है और संघीय शिक्षक प्रतिनिधि शीघ्र ही मिलकर समाधान करवाने का आग्रह करेगी।वहीं जिलाध्यक्ष वरुण कुमार ने कहा कि जिला शिक्षापदाधिकारी के कार्यशैली से शिक्षक व कर्मी त्रस्त हैं।यदि शिक्षा विभाग में किसी प्रकार की अराजकता है तो उसके लिये जिला शिक्षा पदाधिकारी ही जबाबदेह हैं।जिला महासचिव पवन कुमार ने संघ के प्रखंड कमिटी हलसी को भंग करने के जिला कमिटी के निर्णय को बैठक में सार्वजनिक किया।मौके पर जिला वरीय उपाध्याय बनारसी महतो,उपाध्यक्ष रुबिता पांडेय,कोषाध्यक्ष सुजीत कुमार,अंकेक्षक राजकुमार, जिला प्रतिनिधि मोहम्मद कैसर आजम कैसर,नंद किशोर कुमार,दयानंद मंडल, इंद्रदेव कुमार सिंह,रवि शंकर कुमार,नवीन कुमार,पंकज कुमार, संजय कुमार, कुमार गौरव, सुजीत कुमार,निरंजन कुमार सहित दर्जनों शिक्षक/ शिक्षिका उपस्थित थे।




