रिपोर्ट -विकास कुमार!
सहरसा -नेपाल प्रक्षेत्र से 6 लाख 81 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना के बाद तटबंध के अंदर बसे लोग पलायन करने को मजबूर हो गए है।ग्रामीण नाव से समान लेकर ऊंचे स्थान पर जा रहे हैं।ये नजारा कोशी तटबंध स्थित E2 स्पर का है जहां आप देख सकते हैं चारो तरफ पानी ही पानी है और तटबंध के अंदर बसे लोग नाव से जान जोखिम में डालकर आ रहे है और ऊंचे स्थान पर जाने को मजबूर हो गए है।हालांकि जिला प्रशाशन बाढ़ की समस्या को लेकर अलर्ट मुड़ में हैं।और लोगों को माइकिंग के द्वारा ऊंचे स्थान पर जाने का निर्देश दिया जा रहा है।
वहीं पलायन कर रहे साक्षी कुमारी की माने तो हमलोगों को पता चला जो पानी आ रहा है इसलिए हमलोग ऊंचे स्थान पर जा रहे हैं।हमलोग बरहारा गांव से आ रहे हैं।पूरे गांव के लोग खाली कर रहे हैं साथ ही साथ लोग दहशत में है।
वहीं पलायन कर रही प्रीति कुमारी की माने तो सूचना मिला कि 7 लाख पानी छोड़ा जा रहा है,बस्ती का स्थिति बहुत खराब है। कितना गांव घर कट गया है।पूरा गांव दहसत में है।हमलोग सहरसा जा रहे हैं।
नाविक सरवन यादव की माने तो पानी का इतना डर हो गया है की लोग तटबंध के अंदर से निकलर ऊंचे स्थान पर सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं । पांच ,7 लाख पानी आने की सूचना है इसलिए लोग अपने स्तर से निकलकर जा रहे हैं ऊंचे स्थान पर।प्रशासन केवल मोबाइल से सूचना दे रहा है लेकिन कोई व्यवस्था नहीं किया गया है।लोग कहाँ जाएंगे कहाँ रहेंगे कहाँ खाना खाएंगे।ये सारी व्यवस्था प्रशासन को करनी चाहिए