:- न्यूज़ डेस्क!
पटना (मोकामा)। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 116वीं जयंती शनिवार को रामशरण स्मारक रेलवे एडेड प्लस टू विद्यालय मोकामाघाट में धूमधाम से मनाई गई। राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति सिमरिया के तत्वावधान में आयोजित जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य धर्मेन्द्र कुमार एवं संचालन समिति के वरीय सदस्य राजेश कुमार सिंह ने किया। अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम से पूर्व स्कूल की छात्रा निशा कुमारी, दिपाली कुमारी एवं आरती कुमारी ने स्वागत गान प्रस्तुत किया वहीं विद्यालय की शिक्षिका कुंदन कुमारी ने स्वागत भाषण करते हुए दिनकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रत्यक्ष गवाह के संपादक पुष्कर प्रसाद सिंह ने कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर हमेशा जनता के पक्ष में कलम चलाते रहे। दिनकर की रचनाओं को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दिनकर जनता व जनवाद के कवि हैं। पत्रकार सह साहित्यकार प्रवीण प्रियदर्शी ने समिति के कार्यक्रमों के उद्देश्य को विस्तार से बताते हुए कहा कि दिनकर हमेशा हमसबों के लिए प्रासंगिक हैं। दिनकर की कविताओं को नई पीढ़ी तक पहुंचाना समिति का उद्देश्य है। साहित्यकार आनंद शंकर ने कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर की गरिमा के अनुरूप इस विद्यालय का विकास नहीं हो पाया। स्कूल की बदहाल स्थिति पर मन कचोटता है। बेगूसराय के जिला परिषद उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि जिस विद्यालय से दिनकर जैसे महापुरूष पढ़कर निकले वहां से सैकड़ों दिनकर पैदा हो, इसी उद्देश्य से यहां से दिनकर जयंती की शुरूआत की जा रही है। समिति के कोषाध्यक्ष रामनाथ सिंह ने कहा कि दिनकर जयंती समारोह हर वर्ष हो, यह संकल्प हमसबों को लेना चाहिए। समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार शर्मा ने मेरे प्यारे देश वासी गीत सुनाकर लोगों का मन मोह लिया। दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विश्वंभर सिंह ने कहा कि बच्चों को दिनकर की कविताओं का पाठ करना चाहिए। उनकी कविताओं को आत्मसात करने की जरूरत है। कार्यक्रम को जितेन्द्र झा, मगही कवि संजय कुमार समेत कई गणमान्य लोगों ने संबोंधित किया। कार्यक्रम में स्कूल के दर्जनाधिक बच्चों ने दिनकर की रचनाओं का पाठ किया। मौके पर स्कूल के शिक्षक गोपाल कुमार, जयनारायण, अजिताभ कुमार, संजीव कुमार, प्रीति कुमारी समेत स्कूल के छात्र व छात्राएं मौजूद थे।