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आवे के बेरा जाए के बेरा…

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रिपोर्ट अनमोल कुमार

पटना एयरपोर्ट पर मुंबई खातिर बोर्डिंग कराके जइसे वेटिंग एरिया मे आके बइठनी,मन आवे के बेरा के इयादन मे डुब गइल,ओह,दु महिना पहिले आजे के दिने नू छुट्टी लेके एह एअरपोर्ट पर उतरल रहनी,मन केतना धधाइल रहे,लागे कि कब घरे चहूँप जइतीं? उपर से लइका सन के बेर-बेर लोकेशन पुछल,खुशी के अउर दुगना कर देबे,मलिकाइन मन पसन खाएक बना के बेसबरी से बाट जोहत रहली।अपना लाल के नजर भर निहारे ला,माई-बाबूजी,दुवारे बइठल रहे लो। बड़की माई तऽ हर बेरी अँचरे से निरेखे ले,ढबढ़ीया जाले,आ छन्नेभर मे हजारन दुआ,आशिर्वाद देबेले जवन जिनगी मे बोनस के काम करेला।
आपन घर अपने नू होला ना चार बजे भोर मे उठे के चिंता ना टाइम से सुते के चिंता,केतना सुकून होला जिनगी मे। सबेरे गाँव-गिरांव के भ्रमण होला,साँझी के बाबूजी के पास बइठकी होला आ हेन-तेन सगरी बात होला।
लंगोटिया तऽ सब बाहर-भितर धइलसन बाकिर गाहे-बगाहे कवनो ना कवनो भेंटाइए जाला,अबकी बेरी ‘अमीतवा’ भेंटा गइल।पोखरा पर बइठ के जब लड़िकाई के बात उपर होखे तऽ लइकन के ठहाका रुकबे ना करे।
बिदेसिया लोग के परोजन खाए के बड़ी सवख होला। भाग जोगे ‘सिन्टुवा’ के बियाह भेंटा गइल। तिलक मटकोर से लेके बारात तकले चाँप के खवाइल भइल भाई। बड़ी खर्चा कइलन ‘जगमोहन’ चाचा,एगो तऽ लइका तऽ कंजुसी कवना बात के?
चार साल बाद जब फुवा के घरे गइनी तऽ आँकवारी मे बान्ह फुफुइया,पुका-फाड़ के रोवे लागल। भाई-भतीजा मे कवनो अन्तर ना नू होला,अरे महाराज,आपना किहें भाई के ना रहला पऽ भतिजवे नू इमली घोंटावसन।
हँसते-खेलते दु महिना कट गइल,पते ना चलल,साँच कहीं तऽ दुबई के दु महिना दु बरिस लेखा लागेला आ एहिजा लागे कि दु महिना दुइए दिन मे कट गइल। हाय रे बिदेसियन के जिनगी,लागेला कि नइहर आइल बाड़ऽ सन।
साँझे के ‘छोटन’ फोन पर बतावत रहलन कि पटना जाए वाला बस चार बजे भोर मे तरवारा से भेंटा जाई। तइयारी शुरू भइल।बेग एकबार फेर बन्हाइल।मन एकबार फेर मुरझाइल। घर से निकले बेरा छोटका के रोअत देख बड़को ढबऽढ़िया गइल। मलिकाइन के रोवाई तऽ जिम्मेदारी के बोझ तले दब के रह जाला बाकिर जात के औरते नू,रोकते-रोकते नैना झरना जस बहे लागल। माई भरल मन से आँचरा से सौ रूपिया निकाल के देहली, साँच कहीं तऽ हमार लाखों कमाइल भी उ सौ टकिया के बराबरी नइखे कर सकत।
इयाद के समुन्दर मे डुबल रहनी,आँख के पानी,पपनी धरत रहे,एकरा पहिले कि नयनन के मोती धरती के आगोश मे समाइत,माइक पर ऐलान भइल कि पटना से लखनऊ होते हुए मुंबई जाए वाला पैसेंजर लो,फ्लाइट मे आके बइठ जाव,फ्लाइट टेक-ऑफ करे वाला बिया ..

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