रिपोर्ट:अनमोल कुमार

विधानसभा चुनाव में चिराग के कारण नीतीश को हुई 30 सीटों के नुकसान का परिणाम समझा जाता है लोजपा में टूट!
पटना। लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान को दरकिनार कर उनके चाचा पशुपति पारस 5 सांसदों के साथ अलग हो गए l खबर से बेचैन चिराग पासवान अपने चाचा से मिलने गए परंतु मुलाकात नहीं हो पाई। उनके पहुंचने से पहले पशुपतिनाथ पारस आवास से निकल चुके थे l
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि चिराग पासवान अपनी मां रीना पासवान को पार्टी की कमान देने की बात को लेकर चाचा के आवास पर गए थे l
लोक जनशक्ति पार्टी से अलग हुए सांसदों में चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस, चचेरा भाई प्रिंस कुमार के अलावा चंदन कुमार ,बीना देवी और महमूद अली शामिल हैं l
कहा जाता है कि नीतीश कुमार चाणक्य नीति के लिए मशहूर हैं और दांव देख कर ही शतरंज की गोटी फेंकते हैं l सनद रहे कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान नीतीश के खिलाफ पूरी मुस्तैदी के साथ चुनाव मैदान में डटे रहे। इस कारण नीतीश कुमार को 30 सीटों पर सीधे हार का सामना करना पड़ा, ऐसा मानना है। समझा जाता है कि इसी के परिणाम स्वरूप उनकी झोपड़ी जल गई। बहरहाल राजनीतिक गलियारों में जोरों पर चर्चा है कि
केंद्र में मंत्रिमंडल का विस्तार होना है और बिहार सरकार में भी मंत्रिमंडल का विस्तार होना है। दोनों को देखते हुए इस तरह की राजनीतिक विसात बिछाई गई है l