रिपोर्ट:अनमोल कुमार
पटना। 47 वर्ष पूर्व पटना के गांधी मैदान में लोकनायक जयप्रकाश नारायण ( जे पी ) द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लागू आपातकाल और तानाशाही शासन के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था l
संपूर्ण क्रांति के नारे के बाद आंदोलन की ऐसी लहर उठी की संपूर्ण देश में राजनीति का नया अध्याय शुरू हो गया l इससे बिहार गहरे रूप से प्रभावित हुआ। इसका असर ऐसा हुआ कि इस दौर में नेताओं ने राजनीति से बाहर निकलता जन आंदोलन में हिस्सा लिया l देश के हर राज्य में क्रांति की लपटें फैल गई और तानाशाही के विरुद्ध जनता सड़क पर उतर आए l 1974 के क्रांति की लहर ने 1977 में सत्ता पलट कर जनता पार्टी की सरकार तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी भाई देसाई के रूप में स्थापित हुआ l
बिहार की राजनीति में जेपी आंदोलन से निकले नेताओं में लालू यादव, सुशील मोदी, नीतीश कुमार ,शिवानंद तिवारी नरेंद्र सिंह आदि कई नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार में अपना वर्चस्व और लोकप्रियता कायम किया l