पानी में तैर रहा है विकास, सिस्टम पानी पानी!

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दरभंगा से धर्मेंद्र पांडे की रिपोर्ट

यास चक्रवात तूफान के दौरान झमाझम बारिश से दरभंगा नगर निगम का सिस्टम पानी-पानी हो गया। दरभंगा शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। जल जमाव के कारण सड़कों पर कचरा तैर रहा है । शहर की मुख्य सड़कों सहित मोहल्ले एवं गलियों में पानी ही पानी दिख रहा है। बावजूद जाम पड़े नाले को दुरूस्त नहीं किया गया है । मानसून से पहले मई महीने में हुई बारिस ने शहर की सुरत बदल कर रख दी है।
शहर के प्रमुख सड़कों की भी अमूमन यही स्थिति है।
वहीं मानसून से पूर्व नगर निगम हर वर्ष तैयारी करने में जुट जाती है। लगता है इस वर्ष अब तक सिर्फ खानापूर्ति की गई है। नतिजा, बेमोसम हुई बारिश लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। लिहाजा लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है। लेकिन सड़कें बदहाल हो गई। इससे घरों से निकलना मुश्किल हो गया। लहेरियसराय एवं दरभंगा के कई घरों में पानी लग गया। दरभंगा टावर का तो ये हाल है कि यहां अवस्थित कई दुकानों में पानी घुस गया है , लॉक डाउन की वजह से दुकानें बंद रहने की कारण दुकानदारों में चिंता व्याप्त है की दुकान के अन्दर रखा सामान कही खराब नही हो जाए।

वही दरभंगा के गांधी नगर, कटरहिया आदि मोहल्ले के लोगों की चिंता जल जमाव के कारण बढ़ी हुई है। क्युकिं थोड़ी बारिश में ही पूरा इलाका पानी-पानी हो गया। लोगों में अभी से निगम की खिलाफ आक्रोश दिख रहा है। लोगों ने बताया कि ड्रैनेज सिस्टम को दुरूस्त करने की जरूरत है। लेकिन, निगम प्रशासन लोगों की परेशानी को दूर करना नहीं चाहती है।

इधर वार्ड 17 के पूर्व पार्षद प्रदीप गुप्ता ने बताया कि नगर निगम की उदासीनता के कारण कई वर्षों से दोनार-टिनही पुल निर्माण अधर में लटका है। उन्होंने समय पर निर्माण कार्य को पूरा कराने की मांग की है। अन्यथा लॉकडाउन के बाद आंदोलन की चेतावनी दी है।

वही बारिश ने डीएमसीएच के सूरत को बिगाड़ दिया। परिसर में जगह-जगह पानी लग गया। इससे चिकित्सकों , कर्मियों, मरीजों के साथ-साथ स्वजनों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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