कोरोना मरीज समझकर अस्पताल कर्मी अन्य मरीजों को भी छूने तक से कर रहे हैं परहेज !

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रिपोर्ट: ऋषिकेश कुमार

डॉक्टर से नर्स तक हो चुके हैं संक्रमित , ऑक्सीजन एवं डॉक्टर की किल्लत बनी है अस्पताल में।

नालन्दा। लगातार कोरोना के बढ़ते संक्रमण के हालात इतने खराब हो गए हैं कि अब लोग एक दूसरे से दूर भागने लगे हैं तभी तो इस बढ़ते संक्रमण के हालात में बिहार शरीफ सदर अस्पताल की भी हालात कुछ ठीक नहीं है क्योंकि अब तक बिहार शरीफ सदर अस्पताल के कई डॉक्टर और नर्स इस कोरोना संक्रमण से संक्रमित हो चुके हैं। जिसके कारण बिहार शरीफ सदर अस्पताल की हालत भी कुछ ठीक नहीं है। बढ़ते संक्रमण के कारण ऑक्सीजन से लेकर डॉक्टर की किल्लत देखी जा रही है। हालांकि किसी तरह से कोरोना वॉरियर्स अपने कार्य को किसी तरह से अंजाम भी दे रहे है। सरकारी अस्पतालों में कई ऐसे मरीज है जो इस महामारी कारण के तड़प तड़प तक कर अपनी जान भी गवां चुके हैं। ऐसा ही नया मामला बिहार शरीफ सदर अस्पताल की है जहां सदर अस्पताल में इलाज कराने आए रघुनाथ प्रसाद इलाज नहीं किया क्योंकि वर्तमान में जो भी मरीज इलाज कराने आते हैं। उन्हें कोरोणा मरीज के नजरिए से ही देखा जाता है।बिहारशरीफ के हाजीपुर मोहल्ले के रघुनाथ प्रसाद को टाई फ़ाइड होने के कारण सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।जिसके बाद वृद्ध को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन किसी ने भी उनका इलाज कराना उचित नहीं समझा। जैसे ही मीडिया के कैमरे पर डाक्टरों की नजर गई तो डाक्टर हरकत में आए और मरीज का इलाज करना शुरू किया।हालात इतने खराब हो चुके हैं मरीज को उठाने के लिए स्ट्रेचर उपलब्ध भी है परिजनों के द्वारा ही मरीज को उठाकर बेड तक लाया गया।

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