प्रशान्त कुमार की रिपोर्ट:

बेगूसराय। स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही फिर सामने आई है ,जहां एंबुलेंस में कोरोना मरीज की मौत के बाद रात भर शव एंबुलेंस में ही पड़ा रहा और एंबुलेंस सदर अस्पताल गेट पर खड़ी रही। दरअसल बखरी थाना क्षेत्र के रहने वाले सनातन साह कोरोना पोजिटिव होने के बाद 2 दिनों से उसका इलाज शहर के इंजीनियरिंग कॉलेज आइसोलेशन सेंटर में चल रहा था। गुरुवार की रात तबीयत बिगड़ने पर उसे एंबुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया था, जहां एंबुलेंस में ही उसकी मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद एंबुलेंस चालक ने अस्पताल प्रबंधक से शव को बखरी पहुंचाने की बात कही, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद एक कर्मी ने अस्पताल प्रबंधक से बात कराई, जहां बताया गया कि शव वाहन नहीं है। इसलिए उसे एंबुलेंस में ही छोड़ दिया जाए। आज सुबह जब मृतक के परिजन अस्पताल पहुंचे तो एंबुलेंस में ही शव को देखकर हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप है कि उसे सूचना भी नहीं दी गई। रात भर से शव एंबुलेंस में ही पड़ा हुआ है। इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि सदर अस्पताल में 4 मरीजों की मौत हुई थी। शव ढोने के लिए एक ही शव वाहन है, जिसको लेकर परेशानी हो रही है। बेगूसराय में कोरोना मरीजों की संख्या 51 सौ पहुंच गई है और लगातार कोरोना मरीजों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है। लापरवाही का ही परिणाम है कि रात भर शव एंबुलेंस में सदर अस्पताल गेट पर पड़ा रहा, लेकिन उसे देखने वाला कोई नहीं हुआ।