दीप रंजन सिंह की रिपोर्ट!

बांका। बिहार-झारखंड की सीमा पर देवघर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बजंडी के समीप बाइक मरम्मत की गैरेज चलाने वाले युवक का शव फंदे से लटका मिला। मृत युवक की पहचान बांका जिले के जयपुर थाना क्षेत्र के कुमरबांक गांव निवासी 25 वर्षीय फुलदेव यादव के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना देवघर जिला के मोहनपुर थाना को दी। पुलिस ने युवकबांका जिले के जयपुर थाना क्षेत्र के कुमरबांक गांव निवासी 25 वर्षीय फुलदेव यादव के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना देवघर जिला के मोहनपुर थाना को दी। पुलिस ने युवक के शव काे अपने कब्जे में लेकर दपाेस्टमार्टम के लिए देवघर भेज दिया। इस मामले में माेहनपुर पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी है। दिया। इस मामले में माेहनपुर पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी है।
गैरेज में रस्सी के सहारे लटका मिला युवक का शव
मिली जानकारी के अनुसार जयपुर के कुमरबांक गांव निवासी गुरुदेव यादव का 25 वर्षीय पुत्र फुलदेव यादव साेमवार की सुबह अपने घर से खाना पीना खाकर झारखंड-बिहार बाॅर्डर बजंड़ी स्थित अपने गैरेज खाेलने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन देर रात तक घर वापस नहीं आया। सुबह हाेते ही भांजा बजरंगी यादव खाेजने के लिए के लिए निकल पड़ा। बजरंगी जब गैरेज के पास पहुंच तो फुलदेव यादव का शव उसके ही गैरेज की छत में लगे बांस से रस्सी के सहारे लटका मिला। इसके बाद भांजे व अन्य लाेगाें ने झारखंड का मामला काे देख इसकी जानकारी माेहनपुर पुलिस काे दी। सूचना मिलते ही माेहनपुर थानाध्यक्ष लक्षमीकांत मंडल व अन्य पुलिस बल माैके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेकर पाेस्टमार्टम के लिए देवघर भेज दिया।
चार माह पूर्व बंगलुरू से कमाकर लौटा था युवक
माेहनपुर थानाध्यक्ष लक्ष्मीकांत मंडल का कहना है कि मामला आत्महत्या से जुड़ा हुआ है। इसको लेकर यूडी केस दर्ज कर लिया गया है। अगर परिजनाें द्वारा किसी प्रकार का आवेदन दिया जाता है ताे मामले की छानबीन की जाएगी। युवक पिछले चार माह पहले ही बंगलुरू से कमाकर लाैटा था और कमाई के पैसे से अपना गैरेज का संचालन कर रहा था। मृतक की पत्नी पिछले छह माह से अपने मायके में ही रह रही थी। घटना की जानकारी मिलते ही युवक की पत्नी व बच्चे भी गांव लाैट रही है। इधर युवक की मौत के परिजनों में कोहराम मच गया है और परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।