प्रीतम सुमन
कई कंपनियां अपनी बस भेज कर वापस ले जा रहे हैं मजदूरों को ड्यूटी पर !
कोविड 19 के तहत विभिन्न राज्यों से बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों को विभिन्न प्राइवेट कंपनियों से फिर बुलावा आने लगा है। विभिन्न राज्यों के अलग-अलग कंपनियों में कार्यरत प्रवासी मजदूरों को अलग-अलग कंपनियां बस भेज कर ससम्मान वापस बुला रही है। बिहार में रोजगार की कमी की वजह से ऐसे मजदूर काम पर वापस जाने लगे हैं। कंपनी के द्वारा बस भेजी जा रही है। जिसमें सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर वापस काम पर लौट रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार के दिन गुजरात के राजकोट से कंपनी के द्वारा अमरपुर क्षेत्र के धरमपुर गांव बस भेजी गयी। जिसमें क्षेत्र के धरमपुर, फतेहपुर, शोभानपुर, इंगलिशमोड़, सिकानपुर आदी क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में महिलायें एवं युवाओ की टोली अपने -अपने काम पर लौट गये। मौके पर परमानंद शर्मा, सारथ तांती, सागर तांती, दिलिप तांती, बनवारी कुमार, पुनीत कुमार आदी ने बताया कि हम सभी राजकोट के विभिन्न कंपनी में कार्यरत थे। लॉकडाउन में हमलोग काफी कठिनाइयों का सामना करते हुए छह माह पुर्व अपने -अपने गांव आ गये थे। लेकिन छह माह तक हमलोगों को कोई काम नहीं मिल पाया जिस कारण हमलोगों को समक्ष भुखो मरने की स्थिति उत्पन्न हो गई। ऐसी स्थिति में कंपनी वालों ने हमलोगों के खाने में प्रति व्यक्ति तीन हजार रुपये की राशी भेजी साथ ही कंपनी तक जाने के लिए बस मुहैया कराया। हम सभी मजदुर वापस अपनी मर्जी से काम पर लौट रहे हैं।