रागिनी शर्मा की रिपोर्ट!
बरसों से उठापटक के लिए मशहूर ‘बाढ़ नगर परिषद’ एक बार फिर सुर्खियों में है। आज अनुमंडल मुख्यालय के सभागार में उप मुख्य पार्षद के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित होनी थी। 27 वार्ड पार्षदों में 17 वार्ड पार्षद फ्लोर पर उपस्थित हुए। जिसमें 14 मत उप मुख्य पार्षद अनिल गुप्ता पर विरोध में पड़े। और उनकी कुर्सी चली गई। नए उप मुख्य पार्षद का चुनाव के लिए समय का निर्धारण होना बाकी है।
जानकारी के लिए बता दूं कि बाढ़ नगर परिषद के इस बार का बोर्ड हमेशा विवादों में रहता आया है। कुछ महीने पहले विवाद इतना बड़ा कि मजबूरन मुख्य पार्षद शकुंतला देवी को इस्तीफा देना पड़ा। और नए मुख्य पार्षद के चुनाव में ‘राजीव कुमार चुन्ना’ बाजी मार ले गए। जब इनकी सरकार बनी तो उप मुख्य पार्षद को भी बदलने की तैयारी में जुट गई बोर्ड। एन-केन- प्रकारेण आखिरकार उप मुख्य पार्षद को बदलने में भी आज कामयाबी मिल ही गई। 17 में 14 मत विरोध में देकर उप मुख्य पार्षद अनिल गुप्ता की कुर्सी छीन ली गई।
नए उप मुख्य पार्षद के प्रमुख दावेदार वार्ड पार्षद परमानंद सिंह अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि नए उप मुख्य पार्षद की चुनाव के बाद बाढ़ में विकास की गंगा बहेगी।
4 सालों से विनाश की गंगा बहाने वाली बाढ़ नगर परिषद किस तरह विकास की गंगा बहाती है। आगे देखना बाकी है।