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पटना:-पुलिसिया कार्रवाई के विरुद्ध कई जिले के लोगों ने बैठक कर रणनीति तय की!

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रागिनी शर्मा की रिपोर्ट!

बीते दिनों बाढ़ ए एस पी अमरीश राहुल द्वारा मोकामा के हाथीदह में छोटे ट्रांसपोटर्स पर किये गये कार्रवाई में 34 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था इसके साथ ही 70 बालू लदे पिकप को जब्त कर उसके चालकों और मालिकों पर भी मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने का आदेश दिया गया है।
इसके विरुद्ध हाथीदह के तारादेवी स्मारक उच्च विद्यालय में कई जिले के लोगों ने एक बैठक कर निर्दोष कारोबारियों, मजदूरों, चालकों और आम यात्रियों को जेल भेजे जाने की पुलिसिया कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए इसे बर्बर, निरंकुश और हिटलरशाही कार्रवाई करार दिया।
उल्लेखनीय है कि राजेंद्रसेतु के भारी वाहनों के लिये बन्द किये जाने के बाद हाथीदह बड़ी बालू मंडी के रूप में विकसित हुई, जहाँ पटना,लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा नवादा समेत बेगुसराय जिले के हजारों वाहन मालिको द्वारा खनन सामग्रियों की ढुलाई कर हाथीदह से छोटी वाहनों के जरिये सेतु से इस पार से उस पार ले जाया जाता है, इस रोजगार से आधे दर्जन जिले के लाखों लोगों की जीविका जुड़ी हुई है।
लोगों ने सरकार से तुरन्त इच्छुक व्यक्तियों को लाइसेंस तथा 50 सी एफ टी का चालान निर्गत करने की मांग की है।
तथा ऐसी कार्रवाई की पुनरावृत्ति नही करने की अपील की है।
कई जिले से आये लोगों के रोष का आलम यह था कि उन्होंने मामले को कोर्ट में ले जाने के साथ ही उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
दो टूक बात ये कि एक तरफ सरकार आत्मनिर्भर अभियान का नारा बुलंद कर रही है तो दूसरी तरफ एक गलत निर्णय से लाखों लोग बेरोजगार हो चुके हैं। यह मामला सीधे रोजगार से जुड़ा है, जिससे लाखों परिवारों की जीविका चलती है अतः सरकार को तुरंत कोई ठोस कदम उठाकर इस समस्या का समाधान करना चाहिये।

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