रिपोर्ट- अमित कुमार!
साधु यादव ने तेजस्वी यादव को लापता बताए जाने पर कहा कि किसी के कहने या न कहने से कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है और तेजस्वी यादव भी अपनी बात रख रहे हैं। साधु यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग बेबुनियाद बयान देते रहते हैं और उन्हें इसकी आदत है।
वहीं जीतन राम मांझी द्वारा एनडीए से राज्यसभा की एक सीट मांगे जाने और गठबंधन तोड़ने की धमकी पर साधु यादव ने तंज कसते हुए कहा कि मांझी जी के बाद कौन वैल्यू करता है। उन्होंने कहा कि मांझी जी आज कुछ बोलेंगे, कल कुछ और, इसलिए उनकी बातों की कोई खास अहमियत नहीं है। साधु यादव ने कहा कि मांझी जी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।
बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या के सवाल पर साधु यादव ने इसे दुखद बताते हुए कहा कि यह बिल्कुल भी अच्छी बात नहीं है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं और सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
तेज प्रताप यादव द्वारा बंगाल और यूपी में चुनाव लड़ने के बयान पर साधु यादव ने कहा कि यह लोकतंत्र है, भारत है, सबको आज़ादी है। उन्होंने कहा कि जिसको जहां मन करे, वहां चुनाव लड़ सकता है, कोई रोक नहीं सकता। साधु यादव ने कहा कि तेज प्रताप यादव अपनी बात रख रहे हैं और उन्हें अपनी बात रखने का अधिकार है।
आरजेडी की हार के बाद मंथन की जरूरत पर साधु यादव ने कहा कि हर पार्टी मंथन करती है और आरजेडी को भी जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अपना-अपना मंथन कर रहे होंगे और आरजेडी को भी अपने हार के कारणों का मंथन करना चाहिए।
शीर्ष नेताओं के बाहर होने के सवाल पर साधु यादव ने कहा कि घूमने-फिरने गए हैं, घूमकर वापस आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि नेताओं का बाहर जाना कोई बड़ी बात नहीं है और वे अपने काम के लिए बाहर जाते हैं।
साधु यादव ने कहा कि राजनीति में ऐसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए जो देश के विकास और एकता के लिए जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में विवादित मुद्दों को उठाने से बचना चाहिए और देश के विकास पर ध्यान देना चाहिए।




