आचर्यकुल का त्रिदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन बोधगया में आयोजित!

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रिपोर्ट अनमोल कुमार

बोधगया। संत विनोवा भावे जी की मानस पुत्री एवं आचर्यकुल की स्थायी ब्रह्मचारिणी सुश्री प्रवीणा देसाई के मतानुसार आचर्यकुल का अन्तर्राष्ट्रीय त्रिदिवसीय दिवसीय सम्मेलन ज्ञान एवं मोक्षयिस्यामि भूमि बोधगया में 16 से 18 दिसम्बर को आयोजित किया गया है जिसमें देश विदेश से भारी संख्या में बुद्धिजीवी वर्गों का समागम होने जा रहा है।
सम्मेलन में विश्व के निर्भिक, निर्भय, निष्पक्ष, अहिंसक, असंप्रदायिक, अराजनैतिक चिन्तकों के लिए काम करने वाले और गांधीजी, विनोबा भावे, जयप्रकाश नारायण के विचारों को अंगीकार करने वाले, रचनात्मक विचारधाराओं वाले का समागम और विचार मंथन होना है।
आचर्यकुल के पूर्व कुलपति एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष,आचार्य, डॉ धर्मेन्द्र और आचर्यकुल पत्रकारिता प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय प्रभारी, कुमुद रंजन सिंह ने बताया कि सम्मेलन का मुख्य मुद्दा 2027 में आचर्यकुल के 60 वां बर्षगांठ की तैयारी पर विमर्श, स्थापना बर्ष – 26,27 एवं 28 हेतु आचर्यकुल जय जगत के कार्यक्रमों पर विचार विमर्श, भूदान यज्ञ आन्दोलन के 75 वां बर्ष पर कार्यक्रम के आयोजन पर विचार, चरखा संघ के स्थापना बर्ष पर विचार विमर्श, ग्राम सभा सहयोग अभियान पर विचार विमर्श, अन्य विभिन्न कोषांगो के कार्यों की समीक्षा, सदस्यता अभियान पर विचार विमर्श के साथ साथ पत्रकारिता प्रकोष्ठ के गठन और विस्तार पर भी चर्चा होगी। पत्रकारिता के माध्यम से जगत के कल्याणकारी नीतियों को आगे बढाया जाएगा।

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