रिपोर्ट- अनमोल कुमार!
छत्तीसगढ़ भूमि को “आदि शक्ति भूमि” के नाम से जाना जाए – स्वामी स्वदेशानंद ब्रह्म गिरि महाराज
बर्ष – 28 के पहले ही हम 25 करोड़ के लक्ष्य को पूरा करेगें – जयानंद महाराज
पटना।अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेशानंद ब्रह्म गिरि महाराज ने कहा है कि “उत्तराखंड की तर्ज” पर ही छत्तीसगढ़ को “आदि शक्ति” भूमि के रूप में घोषित कर उसे देवभूमि की तरह विकसित किए जाने की आवश्यकता है ।
स्वामी श्री गिरी छत्तीसगढ़ में अंतरराष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच के एक बृहद बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संसद में अभी दो संत संसद के सदस्य हैं। अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच की योजना है कि 200 संतो को संसद में पहुंच कर भारतीय संसद को “संत संसद” का दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा संत बौद्धिक मंच का जिस दिन 25 करोड़ ससदस्य बन जाएगा उसे दिन भारत हिंदू राष्ट्र का दर्जा प्राप्त कर लेगा और गौ माता को राष्ट्र माता का ऐलान हो जायेगा। सन्त बैठक को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेशानन्द ब्रह्म गिरि महाराज ने कहा कि अभी आपने कहा कि हम भारत और नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते हैं। नेपाल 26 में और भारत 27 में हिन्दू राष्ट्र बन जायेगा।
इस बैठक में अंतर्राष्ट्रीय बौद्धिक मंच के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री एवं अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिषी श्री श्री 1008 जयानंद महाराज ,(मंडलेश्वर )ने बैठक की अध्यक्षता की।
, बैठक में आदिशक्ति सेवा की राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती अनामिका दुबे ,बौद्धिक मंच के प्रदेश संगठन महामंत्री मन्नू सिंह ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती शारदा सिंह ,उपाध्यक्ष देवी लाल साहू ,संभागीय अध्यक्ष रितेश शुक्ला, जिला अध्यक्ष जितेंद्र कौशिक जिला महामंत्री नगेंद्र तिवारी इत्यादि उपस्थित थे।
अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच के राष्ट्रीय महामंत्री एवं उत्तर प्रदेश के प्रभारी पीठाधीश्वर स्वामी श्यामानंद जी महाराज के हवाले से मंच के बिहार प्रदेश के सचिव सह मीडिया प्रभारी अनमोल कुमार ने यह जानकारी दी।



