रिपोर्ट अनमोल कुमार
पांच दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण का समापन समारोह
रांची / झारखंड। उद्यान विकास योजना ( 2025 – 26 ) के अन्तर्गत पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए झारखंड सरकार के कृषि, सहकारिता एवं पशुपालन मंत्री, नेहा शिल्पी तिर्की ने कहा कि मशरूम उत्पादन झारखंड के लिए प्रमुख आजीविका श्रोत बन सकता है। उन्होंने कहा कि कम खर्च, कम जगह, कम समय में अधिकाधिक लाभ अर्जित कर जीविकोपार्जन को बढ़ावा देकर झारखंड की महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती है। उन्होंने एपीपी एग्रीगेट के मूल्यसंबर्धन बस्तुओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके माध्यम से लोग रोजगारमुखी मार्ग अख्तियार कर सकते हैं। समारोह का संचालन जिला उद्यान पदाधिकारी, रांची और खूंटी ने किया।
कार्यक्रम का संचालन दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। स्वागत कार्यक्रम के बाद प्रशिक्षणार्थियों और लाभुकों को मंत्री के द्वारा मशरूम उत्पादन कीट, बैग, स्प्रे और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण किया गया। इस अवसर पर उद्यान विभाग के सौजन्य से किसानों को उत्पादन कीट, बीज और अन्य समाग्री भी वितरण किया गया।
एपीपी एग्रीगेट खूंटी के निदेशक, प्रभाकर कुमार ने मशरूम के महत्व, उपयोगिता और बाजारीकरण पर विस्तार से प्रकाश डाला। मौके पर प्रशिक्षिका सुमति देवी, विभा कुमारी और गजाला परबीन भी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम बेड़ों और माण्डर प्रखण्ड के 200 किसानों के बीच किया गया।




