रिपोर्ट:एडवोकेट आशुतोष
निपटाए गए 920 मामले, बैंकों ने की डेढ़ करोड़ रुपए की वसूली!
कोविड-19 के कारण पूर्व निर्धारित लोक अदालत को ऑनलाइन लोक अदालत के रूप में आयोजित किया गया। ऑनलाइन लोक अदालत की सफलता हम लोगों के लिए काफी उत्साह वर्धक रहा । यह हम सबों के सम्मिलित प्रयास की वजह से संभव हो सका है, जिसका प्रत्यक्ष लाभ पक्षकारों को मिला। उक्त बातें जिला जज शमीम अख्तर ने ऑनलाइन लोक अदालत का उद्घाटन अपने न्यायिक प्रकोष्ठ उपस्थित सभी न्यायिक पदाधिकारियों की उपस्थिति मे सादगी पूर्ण ढंग से करते हुए कही | इस ऑनलाइन लोक अदालत में कुल मिलाकर 920 विभिन्न तरह के मुकदमों का निपटारा किया गया, जिसमें सबसे अधिक लोन संबंधित मुकदमों का निष्पादन किया गया। जिला अदालत में गठित 5 पीठों के द्वारा उक्त मुकदमों का निष्पादन किया गया पीठ संख्या एक में पीठासीन अधिकारी एडीजे रविंद्र सिंह के द्वारा पांच क्लेम का निष्पादन किया गया। जिसमें पक्षकारों को लगभग 23 लाख रुपए की राशि दिलाई गई। रिट संख्या दो में पीठासीन अधिकारी सीजीएम ठाकुर अमन कुमार एवं सदस्य ऋषिकेश कुमार के द्वारा कुल 87 आपराधिक वादों, जिसमें मंझौल से तीन तेघड़ा के सात एवं बलिया से 15 आपराधिक मुकदमें शामिल हैं। एवं बिजली विभाग के 24 मुकदमों को मिलाकर मुकदमे निपटारा किए गए। पीठ संख्या 3 में पीठासीन अधिकारी अनवर समीम के द्वारा दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक एवं बैंक ऑफ बड़ौदा के 160 लोन संबंधी मुकदमों का निपटारा किया गया, जिसमें बैंक के द्वारा कुल 70 लाख रुपए की राशि एक करोड़ 28 लाख रुपए की समझौता राशि पर वसूल की गई पीठ संख्या चार में पीठासीन अधिकारी एडीजे मुंशीलाल गौतम के द्वारा यूको बैंक के 337 लोन संबंधी मुकदमों का निष्पादन किया गया, जिसमें बैंक ने एक करोड़ 27 लाख रुपए के विरुद्ध 68 लाखों रुपए की वसूली की सीट संख्या 5 में पीठासीन अधिकारी।