रिपोर्टर — राजीव कुमार झा
48 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के प्रांगण मे फंक्शंस लेवल लीड इंटेलिजेंस एजेंसी की बैठक आयोजित किया गयामधुबनी जिले से लगने वाली इंडो नेपाल बॉर्डर पर तैनात 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, जयनगर के प्रांगण में एक फंक्शनल लेवल लीड इंटेलिजेंस एजेंसी की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता सरोज कुमार ठाकुर, भारतीय प्रशासनिक सेवा उप महानिरीक्षक, क्षेत्रक मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल, मुजफ्फरपुर ने की। बैठक में विभिन्न सहयोगी खुफिया एवं सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही।
मधुबनी जिले से लगने वाली इंडो नेपाल बॉर्डर पर तैनात 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, जयनगर के प्रांगण में एक फंक्शनल लेवल लीड इंटेलिजेंस एजेंसी की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता सरोज कुमार ठाकुर, भारतीय प्रशासनिक सेवा उप महानिरीक्षक, क्षेत्रक मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल, मुजफ्फरपुर ने की। बैठक में विभिन्न सहयोगी खुफिया एवं सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही।
बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत-नेपाल सीमा पर हो रही अवैध गतिविधियों की रोकथाम हेतु सामूहिक रणनीति तैयार करना एवं आपसी समन्वय को और अधिक सुदृढ़ करना था।
बैठक में सीमा पर विशेष चौकसी बरतने और गश्त बढ़ाने के निर्देश।
शराब तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण हेतु ठोस कार्रवाई।
सीमा पर आने-जाने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने की आवश्यकता।
नेपाल पुलिस के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर संयुक्त कार्यवाही को प्रोत्साहन।
भारत-नेपाल सीमा पर राजनीतिक और सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा।
हथियार, गोला-बारूद, जाली मुद्रा, प्रतिबंधित वस्तुओं एवं मानव तस्करी पर व्यापक विमर्श।
धार्मिक कट्टरवाद, वामपंथी उग्रवाद/माओवादी गतिविधियों तथा आतंकी गतिविधियों की संभावनाओं पर विचार।
अन्तर राष्ट्रीय बोर्ड पर अतिक्रमण की रोकथाम पर विशेष विचार विमर्श किया गया।
इस अवसर पर गोविंद सिंह भण्डारी, कमांडेंट, 48 वीं वाहिनी, साथ ही 71वीं, 20वीं, एवं 51वीं वाहिनी के कमान अधिकारीगण, श्रीमती प्राची अपूर्वा, SEO जयनगर, अमित कुमार एस डी पी ओ बेनीपट्टी, राजेश कुमार डी एस पी बिहार पुलिस, तथा NIA, IB एवं अन्य सहयोगी एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित रहे।
सरोज कुमार ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि भारत और नेपाल के बीच ऐतिहासिक एवं सौहार्दपूर्ण संबंध हैं। इन संबंधों को और अधिक मजबूत बनाए रखने के लिए समय-समय पर इस प्रकार की समन्वय बैठकें आवश्यक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सशस्त्र सीमा बल द्वारा इस क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नजर रखी जा रही है, जिसमें सहयोगी एजेंसियों की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है।