बार-बार की जा रही झूठी शिकायतें या कोई साजिश? भव्या स्टोर पर फिर हुई छापेमारी, कुछ भी नहीं मिला?

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:- रवि शंकर अमित!

भागलपुर: उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली कि बाईपास थाना क्षेत्र अंतर्गत भव्या स्टोर में प्रतिबंधित नशीले पदार्थ जैसे ब्राउन शुगर और ड्रग्स की अवैध बिक्री की जा रही है। इसी सूचना के आधार पर विभाग के अवर निरीक्षक गौतम कुमार ने अपने दल-बल के साथ दुकान में छापेमारी की, लेकिन मौके से कुछ भी बरामद नहीं हुआ।

गौतम कुमार ने बताया कि उन्हें रॉकी और बंटी नाम के व्यक्तियों के खिलाफ कंप्लेन मिली थी कि वे इस अवैध कारोबार में शामिल हैं। हालांकि, जांच में न तो ब्राउन शुगर मिला, न ही कोई अन्य नशीला पदार्थ। विभाग ने दुकान की पूरी तलाशी ली, और कुछ न मिलने पर इसकी लिखित पुष्टि भी की, जिस पर दुकान संचालक से हस्ताक्षर भी लिया गया।

दुकान के संचालक रॉकी पांडे का कहना है कि इस तरह की छापेमारी पहले भी 4-5 बार हो चुकी है, लेकिन हर बार कुछ भी बरामद नहीं होता। उनका आरोप है कि पास के ही किसी दुकानदार या व्यक्ति द्वारा बार-बार झूठी शिकायत की जा रही है। रॉकी का कहना है कि उन्हें फंसाने की साजिश रची जा रही है, या फिर किसी ने पैसे देकर उन्हें बदनाम कराने का षड्यंत्र रचा है।

उन्होंने यह भी बताया कि इस बार उत्पाद विभाग ने लिखित में दिया है कि दुकान से कुछ भी आपत्तिजनक बरामद नहीं हुआ, जिससे उन्हें कुछ राहत मिली है। वहीं, इससे पहले बाईपास थाना पुलिस द्वारा भी एक छापेमारी की गई थी, जिसमें कोई भी संदिग्ध सामग्री नहीं मिली थी।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या बार-बार की जा रही झूठी शिकायतों पर कोई कार्रवाई होगी? क्या प्रशासन को गुमराह करने वालों को भी अब कठघरे में खड़ा किया जाएगा?

बिहार में शराबबंदी और नशा नियंत्रण को लेकर प्रशासनिक कार्रवाइयों पर पहले ही सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में जब बार-बार सिर्फ शिकायतों के आधार पर छापेमारी होती है और कुछ नहीं मिलता, तो यह सवाल उठना लाज़िमी है कि कहीं यह कानून का दुरुपयोग तो नहीं हो रहा?

अब देखना होगा कि प्रशासन इस पूरे मामले में सच्चाई तक पहुंचता है या नहीं, और बार-बार शिकायत करने वालों पर कोई कानूनी कार्रवाई होती है या नहीं।

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