राजकुमारी देवी बनी आस्था मिसाल -मां दुर्गा के सपने के बाद मंदिर निर्माण के लिए दान दिए 11 लाख!

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रिपोर्ट- सुमित कुमार!

मुंगेर: कहते हैं आस्था में शक्ति होती है इस कारण ही लोग भगवान को पूजने के साथ देवी- देवताओं की पूजा-अर्चणा करते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां एक विधावा महिला को सपना में मां दुर्गा से सपना दिया कि गांव में प्रतिमा तो स्थापित कर दी अब घर कौन बनाएगा। जिसके बाद अगले दिन विधवा वृध महिला ने अपने परिजनों को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद वृध महिला के पूत्र सहित सभी परिजनों ने एक स्वर में हां भर दी और गांव में दुर्गा मंदिर निर्माण के लिए बैंक में फिक्स किए गए रुपये को तोड़कर दान में दे दी। वहीं वृध महिला की इस अनोखा पहल को देख गांव ही नहीं पंचायत में भी चर्चा का विसय बना हुआ है।

आर्दश ग्राम पंचायत ईटहरी गांव का मामला

जमालपुर प्रखंड क्षेत्र के आदर्श ग्राम पंचायत ईटहरी गांव में वर्ष 1984 में गांव के ही पूजारी द्वारा दुर्गा मां की प्रतिमा की स्थापना किया गया। तब से ही इस मंदिर में पूजा हो रही है। वर्ष 1986 में मंदिर का जिन्नोद्धार किया गया। दुर्गा मंदिर पुराना हो जाने के बाद ग्रामीणें के अलावा कमेटी सदस्यों के द्वारा निर्णय लिया गया कि मंदिर को तोड़कर फीर नए सिरे से बनाया जाय। जिसका अभी भी निर्माण कार्य जारी है। ईटहरी गांव निवासी स्व: कृष्ण नंदर सिंह की 70 वर्षीय पत्नी राज कुमारी देवी ने बताया कि वे बचपन से ही पूजा-पाठ ज्यादा करती है। हलांकि सभी देवी देवताओं की पूजा तो करती हैं लेकि मां दुर्गा को ज्यादा वे पुजती हैं। वृध महिला ने बताया कि उनके पति जमालपुर रेल कारखाना के वर्कशॉप में कार्यरत थे। नौकरी के दौरान ही कृष्ण नंदन सिंह पत्नी राज कुमारी देवी ने ईटहरी गांव में जयपुर से संगमरमर की प्रतिमा वर्ष 2005 में जयपुर से मंगवाकर प्रतिमा को स्थापना किए थे। इस दौरान गांव में प्रतिमा स्थापना को लेकर कई तरह के भक्ति कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।

पति की रुपया मंदिर में लगाया

वृध महिला राज कुमारी देवी ने बताया कि उसके पति वर्ष 2014 में रेल कारखाना में कार्य करने के बाद सेवा निवृत हो गए। जिसके बाद उसके सेवानिवृत पर पर जो जमा राशि मिला उसे गांव के ही एसबीआई बैंक मेें फिक्स कर दिया गया। तभी एक सप्ताह पूर्व जब वृध महिला अपने घर में सोई थी तभी उसे देवी दुर्गा ने मंदिर बनवाने का सपना दिया। जिसके बाद महिला ने अपने पुत्र सहित परिवार के अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद वृध महिला की बात सुनकर परिवार के सभी लोगों ने हां भर दी। तभी महिला ने अपने पति के द्वारा किए गए फिक्स रुपया से 11 लाख 11 हजार 111 रुपया निकालकर मंदिर के बिकास मद में दे दी। वहीं महिला की इस आसथा को देख गांव ही नहीं आसपास के क्षेत्र में चर्चा का विसय बना हुआ है। वहीं वृध महिला ने आमलोगों से अपील करते हुए कहा कि आस्था में शक्ति होती है। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा के अार्शिवाद से उन्हें किसी चीज की कमी नहीं है। उनके दो पुत्र विजय कुमार और संजय कुमार सिंह के अलावा एक पुत्री गुंजन देवी है। महिला ने बताया कि उनके दोनों पुत्र किसान हैं।

बाइट-राजकुमारी देवी
बाइट-संजय सिंह महिला का पुत्र

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