कामेश्वर चौपाल के अंतिम दर्शन क़ो उनके पैतृक गाँव में उमड़ी भीड़!

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रिपोर्ट – संतोष चौहान!

सुपौल :- पूर्व एमएलसी स्व० कामेश्वर चौपाल के पार्थिव शरीर शनिवार को उनके जन्म स्थान पैतृक गांव मरौना प्रखंड के कमरैल गांव पंहुचा। शव के पंहुचते ही अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।
स्व० चौपाल जी के निधन की खबर गुरुवार की रात लगी। और गांव मे मतमी सन्नाटा छा गया। शुक्रवार को उनके परिवार में चूल्हा नहीं जला बड़ा भाई देवदत्त चौपाल और छोटा भाई दानी चौपाल भाई की निधन की खबर सुनकर टूट चूका था। देवदत्त को बचपन से जवानी तक की यादें ताज़ा हो रहा था। स्व० चौपाल के मुख देखने के लिए दोनों भाई और ग्रामीण रिस्तेदार शुक्रवार से ही घर आने का बेसबरी से इंतजार कर रहा था। जैसे ही शनिवार को शव घर पंहुचा बड़ा भाई देवदत्त चौपाल, छोटा भाई दानी चौपाल और उनके बच्चे शव से लिपटकर फुट फुट कर रोने लगा। लोगो ने दोनों भाइयो को ढाढ़स बंधवाया, वही पुत्री, लीला और सज्जन दोनों बहने आंगन मे दहार मार – मार कर रो रही थी। गांव के महिलाओ ने शांत्वना देकर चुप कराने की प्रयास करती थी। अंतिम दर्शन करने और श्रद्धांजलि देने प्रदेश के मंत्री नेता और अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी पहुंचे और फूल माला से श्रद्धांजलि दिए। और शोक संवेदना व्यक्त किया।
अंतिम संस्कार हिन्दू रीतिरिवाज के अनुसार घर के पिछवारे मे पैतृक आम के बगीचा मे किया गया पुत्र विधानन्द विवेक मुखागनी दिए।
कामेश्वर बाबू के शव जैसे ही घर पंहुचा पीछे से बड़ी काफीला के साथ उद्योग मंत्री नितीश मिश्रा पंहुचे और गाड़ी से उतरकर पहले अंतिम दर्शन कर पुष्पमाला से श्रद्धांजलि अर्पित किया और उन्होंने भावुक हो गए। मंत्री श्री मिश्रा ने कहा कि आज के समय मे कामेश्वर चौपाल जैसे व्यक्तित्व के धनी महा पुरुष मिलना दुर्लभ है। समाज और भाजपा के लिए इनका बहुत बड़ा योगदान रहा है।उन्होंने कहा हमलोगो के क्षेत्र से भी प्रत्येक घरों से उनका आत्मीय संबध रहा है हमलोगो के भी कभी कभी किसी बात से ध्यान हट जाता था तो उन्होंने ध्यान आकृष्ट कराने और मार्गदर्शन के काम करते थे। वैसे तो पुरे प्रदेश और देश हित मे हमेशा सोचते थे लेकिन खासकर सुपौल मधुबनी कि एक एक समस्या के समाधान को लेकर चिंतित रहते थे। अचानक से उनका चले जाना बहुत बड़ी छति है। इनके कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता है।
मंत्री नीरज कुमार बबलू भी पंहुचे और पुष्प माला से श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कामेश्वर चौपाल दलित गरीब के मसीहा थे।वह एक संत भी थे सनातनी धर्म के राम मंदिर जिसका चर्चा विश्व में है इस मंदिर के पहली ईट रखने का सौभाग्य कामेश्वर बाबू को प्राप्त हुआ। विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष पद प्राप्त करने का सौभाग्य, मंदिर हिन्दू परिषद के स्थायी समिति सदस्य भी थे। एमएलसी भी रह चुके कई ऐसे काम और कई चीजें लोगो को याद दिलाती रहेगी उन्होंने कहा कि इस दुख के घड़ी में उनके परिवार के साथ हमलोग खरे है,
राजश्व मंत्री दिलीप जसवाल अपने काफीले के साथ पंहुचे और अंतिम दर्शन कर पुष्पमाला से श्रद्धांजलि दिया उन्होंने कहा कि भाजपा परिवार कामेश्वर चौपाल कि सदैव ऋणी है जिस तरह से उन्होंने अपने आपको को समाज को समर्पित किया, देश कि संस्कृति देश कि विरासत को बचाने का काम किया और दिन रात मेहनत किया उनके जीवन से बहुत कुछ सिखने का मौका मिला है हमलोग उनके विचारों को जीवित रखेंगे उनके परिवार के एक एक सदस्य को अपना परिवार मानते है इसके साथ हमेशा खरे रहेंगे।
ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव और विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव एक साथ पंहुचे और कामेश्वर चौपाल के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। मंत्री श्री यादव ने कहा कि कामेश्वर चौपाल गरीब घर मे पैदा हुए और बड़े काम समाज हित मे किया इसलिए श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं और उनको श्रद्धांजलि समर्पित किए हैं उनके परिवार के दुख में शामिल हुए हैं उनके सभी परिवार से आग्रह करेंगे कि ओ लोग शांति रखे हमलोग उनके साथ है।
मौके पर विधायक चन्द्रहास चौपाल, जदयू जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, रामचंद्र यादव, अमरदेव कामत, पूर्व मुखिया लालदेव यादव,एजाजुलहक, विशुदेव यादव,कपलेश्वर यादव, मोहन सिंह, सुनील मिश्र राजद प्रखंड अध्यक्ष सत्यनारायण यादव, भाजपा नेता सत्यनारायण अग्रवाल ज्योति झा, जिला परिषद सदस्य त्रिवेणीगंज पूनम कुमारी पासवान, भाजपा नेता ग्रीशचंद्र ठाकुर, चेयरमेन राघवेंद्र झा, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र ऋषिदेव, नथुनी मंडल,आदि मधेपुर और मरौना प्रखंड के जनप्रतिनिधि बुद्धिजीवी, समाज सेवी मौजूद थे। आरएसएस के पदाधिकारी मंत्री भी शामिल थे एसडीम संजय सिंह, एसडीपीओ, बीडीओ रचना भारतीय पुलिस इस्पेक्टर व थाना प्रभारी व पदाधिकारी सभी मौजूद थे।

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