रिपोर्ट- अरविंद कुमार!
भारत रत्न जननायक पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर 101वी जयंती पर भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शुक्रवार को समस्तीपुर पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, स्थानीय सांसद शांभवी चौधरी भी मौजूद रही।
उपराष्ट्रपति के जाने के करीब आधा घंटा बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे। मुख्यमंत्री के साथ बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी भी थे। पटना में ही 10:00 बजे उनका कार्यक्रम था जिसकी वजह से उपराष्ट्रपति के आगमन के दौरान वह मौजूद नहीं थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब स्मृति भवन पहुंचे तो पहले से आयोजित सभी धर्म की प्रार्थना सभा के पास बैठे ।
उपराष्ट्रपति ने कर्पुरी ग्राम स्मृति भवन में कर्पूरी प्रतिमा पर मल्या अर्पण किया। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने अंगवस्त्र देकर, पुस्तक वॉइस ऑफ द वॉयस लेंस भेंट की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगदीप धनखड़ इसके बाद कर्पूरी फुलेश्वरी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कर्पूरी परिचर्चा में शामिल हुए। उपराष्ट्रपति ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर का पूरा जीवन जनता के लिए समर्पित रहा। वह लोगों के लिए जननायक हैं। विधानसभा चुनाव में उनका कीर्तिमान प्राप्त है। हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी उन्होंने अपना जीवन समाज के लोगों के लिए समर्पित किया। उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम की तारीफ की कहा कि आज विकसित भारत एक सपना नहीं है यह निश्चित होगा। साल 2047 में भारत आजादी की शताब्दी मना रहा होगा तब वह विकसित राष्ट्र होगा भारत विश्व गुरु बनेगा। जयंती समारोह को यादगार बनाने के लिए कर्पूरी ठाकुर की उसे झोपड़ी को पुनः वैसे ही तैयार किया गया है जैसी झोपड़ी में कर्पूरी ठाकुर ने अपना जीवन गुजरा था। झोपड़ी में वैसे ही सभी सामान रखे गए थे।