:- रवि शंकर अमित!
सदियों के बाद होश में जो आ रहा हुँ मैं!लगता है पहले जुर्म को दोहरा रहा हुँ मैं!! जुल्फिकार नकवी की ये शेर आज भी प्रासंगिक है!
अपराधी तो आखिर अपराधी होता है, ना इसकी जाति होती है ना मजहब ना धर्म और इस बात को हमेशा अपराधियों ने साबित किया है, इसके बावजूद ये मेरी जाति का अपराधी है या अपराधी से नेता बना है इसे लेकर ऐसे अपराधियों को समाज का जोरदार समर्थन भी प्राप्त होता रहा है! उसे लोग अपना ही नहीं समाज का हीरो मान लेते हैँ और उसकी महिमामंडन करने लगते हैँ! उसके स्टाइल को कॉपी करते हैँ उसे फॉलो करने लगते हैँ, ऐसे अनेकों उदाहरण पहले से मौजूद हैँ, इसी कड़ी का नया अपराधी है, लॉरेंस विश्नोई जिसे आज की युवा पीढ़ी हीरो मान रही है!
लेकिन आज मंत्री संतोष सिंह से लॉरेंस के गुर्गे ने रंगदारी मांगकर और नहीं देने पर जान मारने की धमकी देकर फिर साबित कर ही दिया की अपराधी का ना जाति होता है ना धर्म!
आइये जानते हैँ क्या है पुरा मामला?
दरअसल बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर धमकी देकर 30 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है। मंत्री संतोष सिंह ने बिहार के डीजीपी को धमकी मिलने की दी जानकारी। मंत्री संतोष सिंह ने मिडिया को बताया की उनके पास पहले कई बार फोन करके बोला गया की अगर जान बचाना चाहते हो तो मेरा आदमी जायेगा उसे 30 लाख रुपए दे देना नहीं तो तुम्हारी हत्या कर दी जाएगी। वहीं फोन कट करने पर मंत्री जी को मैसेज भी मिला। जिसका प्रिंट आउट मंत्री जी ने पुलिस को उपलब्ध कराया है, जिस पर वाकयदा धमकी भरा मैसेज तो है ही साथ ही पैसा भेजने के लिए क्यू आर कोड भी भेजा है! इस मामले में
पटना कोतवाली डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद को जाँच का जिम्मा दिया गया है,जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया की इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जिस नंबर से धमकी मिली है उसकी जाँच की जा रही है।
अतः किसी भी अपराध और अपराधी का किसी प्रकार से समर्थन कर आप अपने आप को ही समाप्त कर रहे हैँ, सचेत हों जाएँ कहीं देर ना हो जाये!
क्यूंकि :- खरगोस सा अपराध और कछुआ सा न्याय, एक दिन बंद हो जायेगा यह भी अध्याय!
बाइट1:-संतोष कुमार सिंह
मंत्री, बिहार सरकार
बाईट2:-कृष्ण मुरारी प्रसाद, डीएसपी, कोतवाली, पटना (ला एंड आर्डर)