:- अंकित त्रिपाठी की रिपोर्ट
इस वक्त की एक खबर मिल रही है पटना से सटे फतुहा अनुमंडल क्षेत्र से जहाँ वर्षो से चली आ रही परंपरा को लोगों ने डीएसपी के पहल पर तब्दील किया है। 9 दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि का प्रतिमा विसर्जन आज संपन्न हुआ। वही एक सकारात्मक पहल फतुहा डीएसपी-1 निखिल कुमार की ओर से देखने को मिली, जहाँ लोगों ने शस्त्र के बदले झंडा लहराकर एक देशभक्ति का संदेश लोगों के बीच दिया है। हालांकि यह परंपरा कई वर्षो से चली आ रही है, जहाँ नदी थाना क्षेत्र के सममसपुर एवं फतुहा थाना क्षेत्र से जुड़े कई जगहों पर लोग लाठी और शस्त्रों का प्रदर्शन करते रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि माता काली का रूप असुरों के संहार से जुड़ा हुआ है, जो कि माता काली ने अपने शस्त्र से तमाम असुरों का वध किया था और इसलिए लोग शस्त्रों के द्वारा अपनी शौर्य का प्रदर्शन करते रहे हैं। लेकिन इस बार के विसर्जन में सममसपुर से निकलने वाली माता काली के भव्य जुलूस में एक भी अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन देखने को नहीं मिला। इसके बजाय सभी लोग अपने हाथों में तिरंगा लेकर सभी को एक अलग ही संदेश देना चाह रहे थे और यह मुहिम को संभव बनाने के लिए फतुहा डीएसपी-1 निखिल कुमार का योगदान काफी सराहनीय प्रयास है। लोग डीएसपी की इस अहिंसावादी मुहिम की सराहना कर रहे हैं। वही इस बाबत डीएसपी-1 निखिल कुमार ने बताया कि हमने बैठक कर डीजे, हथियार प्रदर्शन पर रोक लगाते हुए शांतिपूर्ण वातावरण में विसर्जन के लिए लोगों से अपील किया था और लोगों ने अपेक्षाकृत सहयोग भी किया है, जिसके लिए हम सभी का धन्यवाद करते हैं। शांतिपूर्ण माहौल में विसर्जन संपन्न हुआ है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी ताकि कोई अप्रिय घटना की आशंका को टाला जा सके। वही सुबह तक सभी प्रतिमाओं का विसर्जन प्रशासन की देख-रेख में शांतिपूर्ण संपन्न हुआ।




