रिपोर्ट- अमित कुमार!
पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में व्याप्त अफसरशाही और जनप्रतिनिधियों की बदहाल स्थिति पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ बीजेपी नेता, दो बार के केंद्रीय मंत्री, छह बार सांसद, और तीन बार विधायक होने के बावजूद वे बिहार में भ्रष्टाचार और आम लोगों की परेशानियों पर सवाल उठा रहे हैं।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि थाना और ब्लॉक में आम लोगों को काम कराने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और बिना रिश्वत दिए किसी का काम नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि सत्ताधारी विधायक अपने क्षेत्रों में अधिकारियों के तबादले और कार्यों के लिए भारी-भरकम रिश्वत चुकाते हैं, लेकिन सांसदों और विधायकों को नीतीश कुमार के प्रिय अधिकारियों तक का फोन नहीं उठाना नसीब नहीं होता।
तेजस्वी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद को बेबस और असहाय दिखा रहे हैं, लेकिन बिहार की समस्याओं का हल खोजने में उनकी लाचारी क्यों थोप रहे हैं? उन्होंने यह भी बताया कि रिटायर्ड अधिकारी और थके हुए नेता बिहार के सर्वेसर्वा बनकर राज्य को पीछे धकेल रहे हैं।