रिपोर्ट- अरविंद कुमार!
समस्तीपुर- शहर के सरकारी बस स्टैंड में मंगलवार को पान महादलित कॉर्डिनेशन कमिटी जिला इकाई के द्वारा एक सूत्री मांग को लेकर एकदिवसीय धरना दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार पान महादलित को-ऑर्डिनेशन कमेटी के जिला संयोजक बीरेंद्र दास व संचालन दिनेश दास तांती ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमेटी के महासचिव डॉ सूरज कुमार दास ने बताया कि अनुसूचित जाति पान, 1950 से ही अनुसूचित जाति की केन्द्रीय सूची में क्रमांक-18 पर सूचीबद्ध है, तांती ततवां के नाम से पुकारे जाने वाले समुदाय को संवैधानिक अधिकार से वंचित रखा गया है जबकि ये मूल रूप से पान जाति का पर्यायवाची उपाधि है। दो दर्जन से अधिक आयोगों, शोघ संस्थानों, विधान सभा एवं संसद के 33 संसदीय संयुक्त समितियों ने भी की है। उन्होंने कहाकि विधानमंडल या संसद में हमारे समाज का एक भी प्रतिनिधि नहीं होने के कारण हमारे समाज के साथ हमेशा भेदभव कर अछूतों में अछूत पान समाज के साथ हमेशा भेदभाव कर अछूतों में अछूत पान समाज का उपाधि/पर्यायवाची तांती, ततवां को संवैधानिक अधिकार से वंचित रखा गया है। शांतिपूर्ण धरना दिया जा रहा है और प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौपेंगे और महोदय से निवेदन करेंगे कि निम्नलिखित माननीयों को अपने माध्यम से ज्ञापन की प्रति अग्रेषित करने की कृपा करेंगे। पान बुनकर महादलित संघ के प्रदेश महासचिव डॉ० सुरज कुमार दास ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि धरना पूरे बिहार के 38 जिला मुख्यालय पर आयोजित की जा रही है। अगर सरकार धरना से संज्ञान नहीं लेती है, तो पूरे बिहार में चरणबद्ध आंदोलन की जायेगी और आने वाले बिहार विधान सभा के चुनाव 2025 में नितिश कुमार जी के सरकार को सत्ता से यह समाज बेदखल करेगी। धरना में मुख्य वक्ता के रूप में हेमलता कुमारी जिला परिषद् सदस्य, कैलासी देवी जिला परिषद् सदस्य, वीणा कुमारी प्रखण्ड प्रमुख सरायरंजन, सुरेन्द्र दास, करमचंद दास, अरूण दास, अखिलश दास, पंकज दास ने सभा को संबोधित किया।