रिपोर्ट- अमित कुमार!
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बिहार और बलात्कार के संबंध में किए गए ट्वीट को लेकर कड़ा विरोध जताया है। कुशवाहा ने इसे राज्य की संस्कृति और जनता का अपमान बताया है। उन्होंने लालू-राबड़ी शासनकाल के दौरान प्रदेश में फैले अपराध के माहौल की भी कड़ी आलोचना की।
पटना से जारी बयान में जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा किए गए ट्वीट को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बलात्कार शब्द से बिहार की तुलना कर राज्य की जनभावना को ठेस पहुंचाई गई है। कुशवाहा ने लालू-राबड़ी शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि उस दौर में प्रदेश की महिलाएं भय में जी रही थीं, जबकि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिला सशक्तिकरण प्रयासों के कारण महिलाएं पुलिस की वर्दी में समाज की रक्षा कर रही हैं।
कुशवाहा ने यह भी आरोप लगाया कि 1990 से 2005 के बीच मुख्यमंत्री आवास अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह था, लेकिन 2005 के बाद नीतीश कुमार ने प्रदेश में कानून का राज स्थापित कर संगठित अपराध को खत्म कर दिया। उन्होंने नीतीश सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार अपराध पर पूरी तरह से सख्त है और कानून को चुनौती देने वाला कोई भी अपराधी नहीं बचेगा।