रिपोर्ट- आशीष कुमार!
एक इमारत में दो विद्यालय : 90 छात्रों की पढ़ाई पर संकट
नालंदा : जिले के रहुई प्रखंड में स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर शिक्षा व्यवस्था की चरमराती स्थिति का जीता-जागता उदाहरण बन गया है। यहां एक ही छोटी सी इमारत में दो अलग-अलग विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिससे छात्रों और शिक्षकों को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। 2013 से चली आ रही यह विडंबना आज भी जस की तस बनी हुई है। मात्र दो छोटे कमरों में उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर और प्राथमिक विद्यालय रघुनाथपुर के कुल 90 छात्र अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए संघर्षरत हैं। स्कूल की एक छात्रा सिपरामणि ने स्थिति का खुलासा करते हुए बताया की हमारे पास बैठने की जगह ही नहीं है। कई कक्षाओं के छात्र एक साथ एक ही कमरे में पढ़ने को मजबूर हैं। जब आठवीं कक्षा का पाठ चलता है, तो छठी और सातवीं के बच्चे बस खाली बैठे रहते हैं। बारिश के मौसम में स्थिति और भी बिगड़ जाती है। छात्रों को बरामदे से कमरों में शिफ्ट किया जाता है, जिससे पठन-पाठन बुरी तरह प्रभावित होता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य सुधीर प्रसाद ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा की न तो पर्याप्त कक्षाएं हैं, न बैठने की उचित व्यवस्था। यहां तक कि मिड-डे मील की सामग्री को भी इन्हे सीमित कमरों में रखना पड़ता है। हमने कई बार अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस बीच, जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार ने इस मामले की अनभिज्ञता जताते हुए जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा की दो स्कूलों के एक साथ संचालन की जानकारी मुझे नहीं थी। हम इस मामले की गहनता से जांच करेंगे और उचित कार्रवाई की जाएगी।