पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा आयोजित एक्सपो का हुआ समापन!

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रिपोर्ट- अमित कुमार!


बिहार पाॅल्ट्री एंड एक्वा एक्सपो का समापन सत्र, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री ने की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
पटना के ज्ञान भवन में तीन दिनों तक चले एक्सपो के समापन समारोह में कृषि एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की मंत्री रेणु देवी ने शिरकत की। समारोह के मुख्य अतिथि मंगल पांडेय ने कहा कि मुर्गीपालन और मत्स्य पालन के क्षेत्र में तकनीक के इस्तेमाल से तरक्की होगी। किसानों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में तकनीक के साथ आगे बढ़ोगे तो तरक्की होगी। एक्सपो को सफल बताते हुए मंगल पांडेय ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से माहौल और वातावरण बनता है। किसानों और इस क्षेत्र में लगी कंपनियां अपने व्यापार को आगे बढ़ाने की संभावना तलाशती हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि कुल सकल राज्य मूल्यवर्धन में पशुपालन और मत्स्य पालन का योगदान 20 प्रतिशत है। मछलीपालन के क्षेत्र में बिहार आत्मनिर्भर हो गया है। अब गांवों में भी ताजी मछलियां मिलती हैं। मंगल पांडेय ने कहा कि मछली खाने से लोग इंटेलिजेंट होते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की मंत्री रेणु देवी ने कहा कि मत्स्य उत्पादन में बिहार आत्मनिर्भर के साथ-साथ निर्यातक हो गया है। 38 हजार मीट्रिक टन मछली पड़ोस के राज्यों में निर्यात किया जा रहा है। बिहार के 56,607 मत्स्य पालकों को प्रशिक्षित किया गया है। रेणु देवी ने बताया कि नदी पुनर्स्थापन कार्यक्रम के तहत गंगा की 11 सहायक नदियों में एक करोड़ मछलियां छोड़ी जाएंगी। इस अवसर पर मंगल पांडेय और रेणु देवी ने संयुक्त रूप से आइसकंटेनर युक्त 25 साइकिल का वितरण किया। मछलियों की बिक्री में इनका इस्तेमाल होगा। दोनों मंत्रियों ने अंडा विक्रय स्टाॅल का भी उद्घाटन किया।

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