रिपोर्ट – अमित कुमार!
मनीष सिसोदिया को बेल दिए जाने पर कहा यह न्यायिक प्रक्रिया है बेल मिला है इसका मतलब नही कि वे दोष मुक्त नहीं हो गए हैं
केंद्र सरकार के कैबिनेट में यह कहा जाना की क्रीमी लेयर नहीं हो सकता है जिस पर उन्होंने कहा कि क्रीमी लेयर और कोटे में कोटा दो अलग बातें हैं
चिराग पासवान के द्वारा बिना नाम लिए कहीं ना कहीं जीतन राम मांझी पर कहा जाना की आज भी मंदिर जाने पर मंदिरों को धोया जाता है जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह सामाजिक बात है और यह दूसरी बात है लेकिन बाबा साहब ने कहा था कि आरक्षण पर हर 10 साल के बाद पुनर्विचार होना चाहिए इस पर वह क्यों नहीं बोलते
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी आज दिल्ली से पटना पहुंचे पटना एयरपोर्ट पर मीडिया कर्मियों के द्वारा किए गए सवाल की मनीष सिसोदिया को बेल मिल गई है आम आदमी पार्टी के नेता बोल रहे हैं कि साजिश के साथ केजरीवाल को फसाया जा रहा है जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह एक न्यायिक प्रक्रिया है कानूनी प्रक्रिया के तहत जेल गए कानूनी प्रक्रिया के तहत बाहर आए हैं बेल हो जाना यह मतलब नहीं होता है कि दोष मुक्त हो गए बेल होने के उपरांत कोई भाषण देने या राजनीति करना उचित नहीं है कानूनी प्रक्रिया के तहत हुए जेल गए थे और कानूनी प्रक्रिया के तहत से बाहर आए हैं और कुछ बातें होंगी तो फिर जेल जा सकते हैं इस पर कुछ कहने की बात नहीं है न्यायालय का मामला है
एससी एसटी का सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए आदेश पर केंद्र सरकार ने कहा है कि कोई क्रीमी लेयर या कोटे में कोटा नहीं हो सकता है जिस पर उन्होंने कहा कि क्रीमी लेयर और कोटा में कोटा दो बात है हम भी मंत्रिमंडल में थे हमारी बातें भी हुई है क्रीमी लेयर नहीं होना चाहिए या प्रधानमंत्री जी का निर्णय सही है शेड्यूल कास्ट के जो लोग हैं उसमें क्रीमी लेयर करके जैसा कि ओबीसी में है वैसा नहीं होना चाहिए लेकिन समाज में कुछ वैसे लोग हैं जो आज भी हासिये पर है 76 बरस के बाद भी उनके लिए व्यवस्था होनी चाहिए इसी के लिए कहा गया है कोट में कोटा की जाए हमारा मानना है कि शेड्यूल कास्ट में बिहार में 21 जातियां हैं जिसमें कर जाती d4 कहते हैं आज देखा जाता है कि जज हो कलेक्टर हो इंजीनियर हो बैंक में हो रेलवे में हो सब में रिप्रेजेंटेशन की बात कही जाएगी चार जातियां वही 90% भाग लिए हुए हैं लेकिन बाग लोग दुनिया में शहर नट पर यह सब लोग इनकी जनसंख्या उसके आधार पर उनको आज तक आरक्षण नहीं मिला है इसलिए हम लोगों की मांग है कि इनके लिए अलग व्यवस्था होनी चाहिए आज 76 बरस के आजादी के बाद भी इन जात में कोई डॉक्टर इंजीनियर या कोई उच्च अधिकारी नहीं है इसलिए क्रीमी लेयर की बात ना कीजिए लेकिन जिसकी जितनी जनसंख्या है उनको आरक्षण मिलना चाहिए
चिराग पासवान का कहना है कि जितना राम मांझी मंदिर गए थे धुला दिया गया भूल गए क्या जिस पर उन्होंने कहा कि यह दूसरी बात है सामाजिक आधार पर आरक्षण का मामला है बाबा साहब ने कहा था कि हर 10 वर्ष के बाद समीक्षा होनी चाहिए इस पर क्यों नहीं बात करते पुनर्विचार करना चाहिए कौन आगे बढ़ा कौन नहीं बाद इस पर पुनर्विचार करनी चाहिए इस तरह की बात वह लोग नहीं करते
बाईट जीतन राम मांझी केंद्रीय मंत्री भारत सरकार