बख्तियारपुर (बिहार)
रिपोर्ट – गौरी शंकर प्रसाद
सुशासन की सरकार में पुलिस प्रशासन ने महज कुछ हीं घंटों में फर्जी अपहरण कांड का किया खुलासा। अपहरण का ढोंग रचने बाला दीपक कुमार पाठक को किया बरामद।बताते चले कि बेगूसराय जिला अंतर्गत तेघड़ा थाना क्षेत्र के अम्बा गांव निवासी दीपक कुमार पाठक ने अपने मोबाइल से अपने परिजनों को सूचना दिया की मेरा अपहरण पटना जिला के खुसरूपुर में अपराधियों ने पूर्णियां हटिया कोशी एक्सप्रेस ट्रेन से कर लिया है। इस बात की सूचना मिलते परिजन खुशरूपुर पहुँच गये और नव चयनित ग्रामीण विकास पदाधिकारी दीपक कुमार पाठक का अपहरण कर लिए जाने का मामला दर्ज कराया इस पर पुलिस महकमा मे हड़कंप मच गया और वैज्ञानिक अनुसन्धान करते हुए डी एस पी बाढ़ 2 अभिषेक सिंह के नेतृत्व में गठित एस आई टी टीम और रेल पुलिस ने संयुक्त रुप से छापेमारी कर बख्तियारपुर से गिरफ्तार कर लिया है।
परिजनों ने दर्ज कराये आवेदन मे बताया था कि बेगूसराय जिला के तेघरा थाना क्षेत्र के अम्बा निवासी रामानंद पाठक के पुत्र दीपक को स्वजनों ने हाथीदह में ट्रेन चढ़ाया।उन्हें गया में योगदान देना था।हथियारबंद अपराधियों ने कोशी से दीपक को जबरन उतार लिया।नजाकत को भांपते हुए दीपक प्लेटफार्म से खेत की ओर भागने लगे।भागने के दौरान ही फोन से उन्होंने स्वजनों को सूचना दी।इस बीच दीपक का फोन स्विच ऑफ बताने लगा।फोन की सूचना पर अम्बा से उनके स्वजन खुसरूपुर पहुंच कर जीआरपी और स्थानीय थाना को सूचना दी है।दीपक के चचेरे भाई हरिशंकर पाठक ने बताया कि दीपक शादी सुदा हैं और उन्हें दो बच्चे हैं।फिलहाल वे छौराही प्रखंड कार्यालय में लेखापाल के पद पर कार्यरत हैं। बीपीएससी से वे आरडीओ के लिए चयनित हुए हैं।जीआरपी ने बताया कि दीपक की मोबाइल नंबर के माध्यम से जांच शुरू की गई और मामला फर्जी निकला और वह बरामद हो गया। अब सबसे बड़ा सबाल यह है कि आखिर उसने स्वयं हीं अपने अपहरण का ढोंग क्यों रचा।फिलहाल रेल एस पी सहित कई बरीय पदाधिकारी पूछ ताछ और छान बीन करने मे जुटे हैं ।
बाईट – रेल एस पी, पटना।