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बेगुसराय के जयलख हाई स्कूल में अवैध वसूली के खिलाफ अभाविप का आंदोलन शुरू

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नेहा कुमारी सिटी रिपोर्टर

बेगुसराय बखरी प्रखण्ड के जयलख उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में रजिस्ट्रेशन के नाम पर हो रहा है अवैध वसूली से आक्रोशित अभाविप कार्यकर्ताओं ने आंदोलन किया है। अभाविप कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है की जयलख हाई स्कूल में अवैध वसूली किया जा रहा है ।कार्यकर्ताओं का कहना है कि उक्त विद्यालय में 11 वीं के रजिस्ट्रेशन में बोर्ड द्वारा तय की गई शुल्क 515 के जगह 600 से 700 रूपए लिए जा रहा थे। वहीं छात्रों को रसीद भी उपलब्ध नही कराया जा रहा था। इस विद्यालय में अक्सर छात्रों से आर्थिक एवं मानसिक रूप से शोषण किया जाता है। इस दौरान अभाविप कार्यकर्ताओं में वसूली के खिलाफ विद्यालय प्रबंधन का घेराव किया।वही छात्रों से वसूली को लेकर वार्ता करने पहुंचे अभाविप कार्यकर्ताओं एवम् एचएम के बीच तीखी बहस हो गई। जिसकी सूचना मिलते ही बीईओ ने मामले की जांच के लिए बीआरसी के प्रतिनियुक्त पदाधिकारी को भेजा। मुख्य पार्षद प्रतिनिधि राजू कुशवाहा, विद्यालय समिती के अध्यक्ष सह पार्षद ललन पोद्दार,उमेश पाठक, प्रिंस परमार सुनील सिंह, मो. फैयाज की उपस्तिथि में टीम ने जांच किया। जिसमें कई अनियमितता सामने आई। मध्यान भोजन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई गई । उपस्थिति पंजी में ढाई सौ छात्रों की उपस्थिति पाई गई परंतु मौके पर 50 छात्र की उपस्थित थे। गलत तरीके से उपस्तिथि बनाकर मध्यान भोजन की राशि को बंदर बांट करने , अवैध वसूली साहित अन्य मामले पर विभागीय कार्रवाई के लिए जांच प्रतिवेदन प्रतिनिधि मंडल ने भेजा। अभाविप प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनीष कुमार, दिलखुश कुमार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद् शैक्षणिक सुधार के लिए सदैव पहली पंक्ति में खड़ा रहने वाला संगठन है। विद्यालयों में भ्रष्टाचार, अवैध वसूली गरीब तकबे के छात्रों से दोहन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेगी।उक्त विद्यालय के एचएम की कार्यशैली से ग्रामीण अक्सर संतुष्ट नही दिखते। विद्यालय में नवनिर्मित भवन एवं वित्तीय जांच की जाए तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सामने आने की संभावना है। मौके पर नगर सहमंत्री रविन्द्र कुमार, सौरभ कुमार, रामशोभित, सुमन, रोहित सहित दर्जनों की संख्या में छात्र एवं अभाविप कार्यकर्ता मौजूद थे।है कि उक्त विद्यालय में 11 वीं के रजिस्ट्रेशन में बोर्ड द्वारा तय की गई शुल्क 515 के जगह 600 से 700 रूपए लिए जा रहा थे। वहीं छात्रों को रसीद भी उपलब्ध नही कराया जा रहा था।इस विद्यालय में अक्सर छात्रों से आर्थिक एवं मानसिक रूप से शोषण किया जाता है। इस दौरान अभाविप कार्यकर्ताओं में वसूली के खिलाफ विद्यालय प्रबंधन का घेराव किया।वही छात्रों से वसूली को लेकर वार्ता करने पहुंचे अभाविप कार्यकर्ताओं एवम् एचएम के बीच तीखी बहस हो गई। जिसकी सूचना मिलते ही बीईओ ने मामले की जांच के लिए बीआरसी के प्रतिनियुक्त पदाधिकारी को भेजा। मुख्य पार्षद प्रतिनिधि राजू कुशवाहा, विद्यालय समिती के अध्यक्ष सह पार्षद ललन पोद्दार,उमेश पाठक, प्रिंस परमार सुनील सिंह, मो. फैयाज की उपस्तिथि में टीम ने जांच किया। जिसमें कई अनियमितता सामने आई। मध्यान भोजन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई गई । उपस्थिति पंजी में ढाई सौ छात्रों की उपस्थिति पाई गई परंतु मौके पर 50 छात्र की उपस्थित थे।गलत तरीके से उपस्तिथि बनाकर मध्यान भोजन की राशि को बंदर बांट करने , अवैध वसूली साहित अन्य मामले पर विभागीय कार्रवाई के लिए जांच प्रतिवेदन प्रतिनिधि मंडल ने भेजा। अभाविप प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनीष कुमार, दिलखुश कुमार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद् शैक्षणिक सुधार के लिए सदैव पहली पंक्ति में खड़ा रहने वाला संगठन है। विद्यालयों में भ्रष्टाचार, अवैध वसूली गरीब तकबे के छात्रों से दोहन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेगी।उक्त विद्यालय के एचएम की कार्यशैली से ग्रामीण अक्सर संतुष्ट नही दिखते। विद्यालय में नवनिर्मित भवन एवं वित्तीय जांच की जाए तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सामने आने की संभावना है। मौके पर नगर सहमंत्री रविन्द्र कुमार, सौरभ कुमार, रामशोभित, सुमन, रोहित सहित दर्जनों की संख्या में छात्र एवं अभाविप कार्यकर्ता मौजूद थे।

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