सदर अस्पताल में नवजात की मौत के बाद, परिजनों ने जमकर किया हंगामा

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पंकज कुमार जहानाबाद


जहानाबाद सदर अस्पताल के लेवर रूम में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक नवजात की मौत के बाद उसके परिजन आक्रोशित हो गए। परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर बवाल काटा। इस दौरान परिजनों ने डॉक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया। मामला नगर थाना क्षेत्र के सदर अस्पताल का है। बताया जाता है कि काको थाना क्षेत्र के सुलेमानपुर गांव निवासी धर्मेंद्र यादव अपनी पत्नी अनिशा देवी को रविवार की रात प्रसव पीड़ा होने पर उसे सदर अस्पताल लाया जहां मरीज के परिजनों से स्वस्थ्य कर्मियों ने तीन हजार रुपये की मांग। पैसा देने के बाद प्रसूता का इलाज शुरू किया जिसके बाद उसने एक बच्ची को जन्म दिया। जन्म के दौरान नवजात बेड से नीचे गिर गया जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी और उसकी मौत हो गयी। इधर इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि बच्चे को ऑक्सीजन की तुरंत जरूरत थी जिसके लिए उसे एसएनसीयू में रेफर किया गया लेकिन आशा जागरूक होकर उसे तुरंत एसएनसीयू में नही ले गयी। जिससे कुछ देर बाद ही उसकी मृत्यु हो गई। नवजात के मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। इधर हंगामा की सूचना पर पहुंचे अस्पताल उपाधीक्षक ने समझा बुझाकर परिजनों को शांत कराया और कार्रवाई का भरोसा दिलाया। अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि अगर परिजन लिखित रूप में आवेदन देते है तो स्वस्थ्य कर्मी की पहचान कर उसपर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि यह अस्पताल पैसा मुक्त है। सरकारी अस्पताल में पैसा लेना एक बड़ा अपराध है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। बात दे कि सरकार भले ही स्वस्थ्य सेवा बेहतर होने का दावा करती है मगर सरकारी अस्पताल में लापरवाही और मरीज के परिजन से पैसा का डिमांड यह कोई पहला मामला नही है इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आए है। अब देखना यह कि अस्पताल प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।
Byte – मरीज के परिजन
डॉ शिज्जा प्रकाश,चिकित्सक, सदर अस्पताल
डीडी चौधरी,अस्पताल उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, जहानाबाद

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