अरविंद कुमार की रिपोर्ट :-
जनता दरबार में चौकीदार के विरोध में दलिल देना ग्रामीण को पड़ा महंगा, थाना प्रभारी सहित कर्मियों ने जमकर किया पीटाई ।।।।
:- घोड़ासहन थाना अंतर्गत राजवाड़ा गांव में स्थानीय चौकीदार अनूठा राय और एक ग्रामीण मुन्ना कुशवाहा के बीच लम्बे समय से चले आ रहे जमीनी विवाद को लेकर अंचलाधिकारी के द्वारा जारी नोटिस पर शनिवार को ग्रामीण मुन्ना कुशवाहा स्थानीय थाना परिसर में लगे जनता दरबार में पहुंचे। चौकीदार श्री राय थाने पर पहले से ही मौजूद थे। जनता दरबार में विवाद को लेकर दोनों पक्ष से अपनी बात को रखने को कहा गया। चौकीदार के द्वारा जमीन संबंधी जानकारी को गलत बताते ग्रामीण श्री कुशवाहा के द्वारा विरोध किया गया। जिसके बाद घोड़ासहन थाना प्रभारी के द्वारा श्री कुशवाहा को गाली देते मारना पीटना आरम्भ कर दिया गया। थाना प्रभारी के द्वारा श्री कुशवाहा को पीटते देख देख अन्य कमीं भी मुन्ना कुशवाहा पर टूट पड़े। साथ ही अंचलाधिकारी शिव शंकर गुप्ता के द्वारा भी गाली गुप्ता करते हुए थाने से भगा दिया गया। इतना ही नहीं जब चौकीदार अपने ग्राम राजवाड़ा पहुंचा तो ग्रामीण मुन्ना कुशवाहा को गाली देते हुए कहने लगा कि देखा हम से पंगा लेने क्या फल मिला। उस जमीन को तुम भुला जाओ, नही तो थाने पर ही हड्डी पसली तुडवा देंगे। पूरा थाना हमारा है।
विदित हो कि एक तरफ सरकार इस तरह के जमीन संबंधी संबंधी विवादों को जनता दरबार में निपटाने के लिए प्रायशरत है। दूसरी ओर फरियादी को जनता दरवार में ही थाना प्रभारी व कर्मियों के द्वारा गाली गलौज करते मारा पीटा जा रहा है। ऐसे मरना पीटना कौन सा न्याय है, इस शर्मनाक घटना के बाद कोई भी सरिफ नागरिक जनता दरबार में जाने से पहले सौ बार सोचेगा, न्याय के बदले कहीं गाली और मारपीट का तोहफा न मिल जाए।अब मामले को लेकर पिड़ित बिहार डी जी पी, आई जी, डि आई जी, पुलिस अधिक्षक मोतिहारी डि एस पी सिकरहना एवं मानवाधिकार आयोग को आवेदन देकर न्याय का गुहार लगाया है
बाइट:—- मुन्ना कुशवाहा ( प्रीत )
बाइट:— प्रीत का बड़े भाई