पीएमओ का नाम “सेवा तीर्थ” होना देश सेवा की भावना उदेश्य के तहत-भाजपा!

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:- रवि शंकर अमित!

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल का प्रेस बयान।

पीएमओ का नाम “सेवा तीर्थ” होना देश सेवा की भावना उदेश्य के तहत,

प्रधान सेवक मोदी के मन में केवल देश सर्वोपरि

पटना, 02 दिसम्बर 2025
प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम “सेवा तीर्थ” रखा जाना देश के प्रति समर्पण और राष्ट्रभावना का वह प्रतीक है, जो वर्तमान नेतृत्व के मूल चरित्र को स्पष्ट रूप से सामने लाता है। यह सिर्फ नाम बदलने का निर्णय नहीं, बल्कि शासन की उस सोच का प्रतिबिंब है जिसमें सत्ता नहीं, सेवा को सर्वोच्च स्थान दिया गया है।

प्रधान सेवक के रूप में नरेंद्र मोदी जी के मन में हमेशा राष्ट्र ही सर्वोपरि रहा है। उनके लिए व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा या राजनीतिक लाभ कभी लक्ष्य नहीं रहे; देश की प्रगति, जनकल्याण और भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा ही उनका ध्येय रही है। “सेवा तीर्थ” का नाम इसी संकल्प को नई पहचान देता है — कि यह वही स्थान है जहाँ से करोड़ों नागरिकों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए दिन-रात काम होता है।

मोदी जी ने बार-बार यह सिद्ध किया है कि उनके लिए प्रधानमंत्री का पद कोई विशेषाधिकार नहीं, बल्कि ‘सेवा का पुण्य अवसर’ है। आज भारत जिस गति से विकास, आत्मनिर्भरता, आधुनिकता और वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है, वह इसी सेवा-समर्पित सोच का परिणाम है।

“सेवा तीर्थ” नाम यह संदेश देता है कि यह सरकार काम की राजनीति, पारदर्शिता, राष्ट्रहित और जनसेवा की भावना के साथ आगे बढ़ रही है। यह वही कार्यालय है जहाँ निर्णयों का आधार जात-पात, वोट-बैंक या स्वार्थ नहीं, केवल राष्ट्र की भलाई होती है।

भारत आज नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है—और यह परिवर्तन उसी विचारधारा से निकला है कि देश पहले, बाकी सब बाद में। “सेवा तीर्थ” इसी राष्ट्रीय चेतना का केंद्र बनेगा।

_ प्रेम रंजन पटेल
प्रदेश प्रवक्ता भाजपा

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