रिपोर्ट- अनमोल कुमार!
पटना।आज की तारीख 27 जून 2025 है, और इसी मुबारक जुमे के दिन से इस्लामी तक़रीम के मुताबिक नया हिजरी साल 1447 की शुरुआत हो चुकी है। 1 मोहर्रम की रौशन सुबह अपने साथ इब्तिदा-ए-हिजरत की यादें, सब्र और ईमान की मिसालें लेकर आई है। यही वो लम्हा था जब प्यारे नबी हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने अपने सच्चे साथी हज़रत अबू बक्र (रज़ी अल्लाहु तआला अन्हु) के साथ मक्का से मदीना की तरफ हिजरत की थी। इस हिजरत की बुनियाद पर ही इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत होती है, जो सिर्फ एक तारीख नहीं बल्कि इमान, कुर्बानी, और यक़ीन की मिसाल है।
इस मुबारक मौके पर हम दुआ करते हैं कि ये नया साल हम सबके लिए रहमतों, बरकतों और सलामती का साल बने।
नया साल मुबारक हो!
दुआ है कि नए साल की पहली किरन आपके दिल की तन्हाइयों को रौशन कर दे।
नए साल की पहली नर्म हवा आपके घर के हर कोने को मोहब्बत और अमन की खुशबू से महका दे।
आपका हर लम्हा अल्लाह की रहमतों की बारिश से भीगता रहे।
आपके घर में सुकून, तिजारत में बरकत, औलाद में सलीका और दिल में तवज्जो बनी रहे।
रब तआला आपके हालात को बेहतर बनाए, आपके माजी की भूलों को माफ़ करे और मुस्तक़बिल को नूर से भर दे।
इस मुबारक घड़ी में हम “शमीम-ए-क़ल्ब” के साथ आपको, आपके अहल-ओ-अयाल, दोस्तों और तमाम अज़ीज़ों को हिजरी 1447 के इस नये इस्लामी साल की दिली मुबारकबाद पेश करते हैं।
दुआ हैं कि…
आपका हर दिन इबादत से रौशन हो,
हर रात सुकून से भरी हो,
हर दुआ कुबूल हो और
हर ख्वाहिश में बरकत हो।
नया साल आपके लिए फातिहा की तिलावत से शुरू हो और जन्नत की राह तक पहुँचे।रिपोर्ट अनमोल कुमार।