रिपोर्ट : धीरज कुमार
शिक्षा के क्षेत्र में होनहार बिटिया, बेटों को पछाड़ते हुए न सिर्फ समाज बल्कि अपने माता-पिता का भी नाम रौशन कर रही है। लगातार आ रहे परिणाम में बेटियां बेटों के मुकाबले में बेहतर कर रही है। इसका उदाहरण बक्सर में भी देखने को मिला है। यहां शिक्षा के क्षेत्र में लड़कों के अपेक्षा लड़कियां आगे आ रही है। एक तरफ दियारा क्षेत्र में अपराधियों का बर्चस्व चरम पर था, जिसके डर, उसपर संसाधन और स्कूल की संख्या कम होने के कारण बच्चियां उच्च शिक्षा नही ग्रहण कर पाती थी, लेकिन समय का चक्र बदला तो दियारा क्षेत्र के ग्रामीण इलाके की बेटियां पढ़ाई के साथ-साथ खेल तथा अन्य प्रतियोगिता में नाम रौशन करने लगी।
मुख्यमंत्री की साइकिल योजना इस दियारा क्षेत्र के बच्चियों की तकदीर ही बदल डाली। इस योजना से कितने गरीब परिवार की बेटियों को उच्च शिक्षा मिलने लगा। परिणाम है कि स्कूल टाइम में जब दियारा क्षेत्र के रास्ते से स्कूल ड्रेस में बच्चियां साइकिल चलाते निकलती हैं, तो शिक्षा के प्रति एक अलग जज्बा इनमें देखने को मिलती है।
सरकार ने हर पंचायत में प्लस टू विद्यालय का संचालन कराया जिसका परिणाम है कि हर घर की बेटियां आज उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही है। वही इस क्षेत्र की बेटियां हर प्रतियोगिता में अव्वल आ रही हैं।
बाइट- जिला शिक्षा पदाधिकारी बक्सर
बाईट- स्थानीय छात्रा