बांका से अश्वनी श्रीवास्तव की रिपोर्ट–
कथा वाचिका देवी पूजा ने कहा अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है, अहंकार ही मनुष्य का शत्रु।
बांका(बिहार) : रजौन प्रखंड मुख्यालय बाजार के प्रोफेसर कालोनी में लगातार चार दिनों से श्रीमद् भागवत कथा की गूंज से इलाका पावन हो रहा है। कथा वाचन के चौथे दिन सुश्री देवी पूजा श्री ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग का व्याख्यान करते हुए कहा कि मनुष्य को कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। कथा याचिका देवी पूजा ने कहा कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। देवी पूजा ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा। श्रीकृष्ण जन्म उत्सव पर नन्द के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे। रविवार को फ्रेफसर जय कुमार राणा के द्वारा भंडारा का भी आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य आयोजक सह यजमान अमित आर्या, उनकी धर्म पत्नी नेहा आर्या, साधना देवी, अनु प्रिया, आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, उपाध्यक्ष प्रकाश मंडल, सचिव अरुण मंडल, उप कोषाध्यक्ष राजेंद्र साह, उप सचिव सुनील कुमार सिंह के अलावे पूर्व प्राचार्य जीवन प्रसाद सिंह, जय कुमार राणा, मनोज सिंह, ओंकार सिंह उर्फ ओंकारेश्वर जी, पूर्व मुखिया घनश्याम सिंह, राज कुमार सिंह, त्रिवेणी सिंह, हेमंत झा, अमरजीत कुमार, स्कन्द कुमार, दिलीप कुमार मंडल, अजीत पांडेय, अजय कुमार सिंह सहित पूरा बाजार तन मन से लगा है।
फोटो है—कथा का वाचन करती कथा वाचिका देवी पूजा श्री।