:- आलेख- रवि शंकर अमित!
शारदा सिन्हा संगीत अवार्ड शुरू करे सरकार!
सदियों मे कोई एक ऐसा इंसान जन्म लेता है जो अपने नाम को सार्थक कर के चला जाता है ,शारदा यानी सरस्वती और सरस्वती यानी संगीत और सद्बुद्धि की देवी, शारदा सिन्हा ने अपने कर्म और नाम को एकाकर कर दिया, सार्थक कर दिया ,इतना बड़ा स्टारडम और व्यक्तित्व होने के बाद भी आप जीवन पर्यन्त निर्विवाद रहीं! ऐसी शख्सियतों की मौत हो ही नहीं सकती, उनका सिर्फ शरीर मरता है, उनका कर्म सदा के लिए अमर हो जाता है, हिन्दी भाषी प्रदेशो मे ज़ब भी छठ होगा शादी ब्याह होंगे , रोमांटिक गीत, सोहर, विरह आदि सुने जायेंगे और आपके करोड़ो प्रशंसक जबतक इस दुनियाँ मे रहेंगे आप की सुमधुर ध्वनि के साथ सदा सर्वदा के लिए आप हमारे दिलों मे जीवित रहेंगी, संगीत के नाम पर अश्लीलता और कर्कश ध्वनि परोसने वाले आधुनिक गायकों को आपसे सीखना चाहिए, बतौर श्रद्धांजलि सरकार को आपके नाम से “शारदा सिन्हा संगीत अवार्ड” की शुरुआत करनी चाहिए!
आपकी आत्मा को प्रभु अपने चरणों मे उत्कृष्ट स्थान प्रदान करें!आपका एक अदना सा प्रशंसक Ravi Shankar Amit तथा Shankhnad
की तरफ से सादर श्रद्धांजलि!