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नितीश राज में बिहार अब सुरक्षित नहीं, बढ़ रहा अपराध का ग्राफ- तेजस्वी!

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रिपोर्ट -पुरूषोतम कुमार

–जहरीली शराब से 30 लोगों की हो चुकी है मृत्यु, कई लोगों ने गंवाई आंख की रौशनी

–डबल इंजन की सरकार पूरी तरह हो चुकी है फेल, 10 महीनों में एक भी उपलब्धि नहीं

–दो-दो उपमुख्यमंत्री को विकास कार्यों से कुछ मतलब नहीं, सिर्फ गाली देने का कर रहे काम

–अमन, शांति, विकास और तरक्की चाहती है बिहार,

–हमलोग चाहते हैं शराब मुक्त हो बिहार, कई प्रकार के नशा के आदि हो रहे लोग

–बढ़ पीड़ितों को नहीं मिला कोई पैकेज, आरक्षण पर भी मुख्यमंत्री साधे हैं चुप्पी

जमुई बिहार में जो शराब बंदी है केवल कागजों पर है। जहरीली शराब से करीब 30 लोगों की मृत्यु हुई है। कई लोगों ने अपनी आंखों की रौशनी खोई है। दर्जनों लोग जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। इतनी बड़ी घटना हुई है और मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के लिए अबतक कोई संवेदना प्रकट नहीं किया है और लगातार यह घटनाएं हो रही है। उक्त बातें गुरुवार की दोपहर स्थानीय परिसद भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही है। वे कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम में जमुई पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि बिहार में शराब बंदी है, लेकिन हर जगह शराब उपलब्ध है। सत्ता में बैठे लोग माफिया, अधिकारी यह सब कंट्रोल कर रहे हैं। बिहार में जिस प्रकार ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं सरकार पूरी तरह फेल है और सत्ता संरक्षण अपराध यहां किया जा रहा है। लोग मरे नहीं है बल्कि हम कह सकते हैं कि उनकी हत्या की गई है। सत्ता में बैठे लोगों को जवाब देना चाहिए कि यह किस प्रकार की शराबबंदी है। गरीब मारे जाते हैं गरीबों पर मुकदमा होता है, लेकिन जो बड़े शराब के सप्लायर हैं उन लोगों को छुआ तक नहीं जाता है कई जगह पर तो जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ता पकड़े गए शराब आ रहा है, बन रहा है तभी तो ऐसी घटनाएं हो रही है। बड़ी दुख की बात है कि सरकार को अफसोस तक नहीं आता है। शराब कितनी आसानी से उपलब्ध हो जाती है यह सभी लोगों को पता है लेकिन क्या पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है सब कुछ पता है लेकिन केवल यह खेल भ्रष्टाचार और पैसों का चल रहा है लेकिन हमारे बिहार के मुख्यमंत्री किसी भी गंभीर मामलों में कुछ बोलते नहीं हैं। उम्मीद करते हैं कि मुख्यमंत्री जी कुछ बोलें या न बोलें, कार्रवाई करें या न करें लेकिन संवेदना तो व्यक्त कर सकते हैं। कानून तो बड़ा लंबा चौड़ा बनाया गया है लेकिन उसका पालन हो रहा है या नहीं हो रहा है यह किसकी जिम्मेदारी है। अबतक कितना बड़े पदाधिकारी पर कार्रवाई हुई है। सिर्फ समीक्षा बैठक का ढोंग रचकर, केवल फोटो खिंचवा कर खानापूर्ति की जाती है। हम तो मुख्यमंत्री का सम्मान करते हैं और हमारे जैसा सम्मान शायद ही कोई करता हो। अब मुख्यमंत्री बिहार चलाने लायक नहीं रह गए। उनके हाथों में बिहार सुरक्षित नहीं है।

-दो-उप मुख्यमंत्री के बावजूद 10 माह में एक भी उपलब्धि नहीं

बिहार में ला इन आर्डर की क्या स्थिति है, यह किसी से छुपी हुई नहीं है। घर में घुसकर गोली मारा जाता है, हत्या, बलात्कार और अपहरण लगातार हो रहा है। एक दिन भी ऐसी नहीं है जहां बैंक राबरी नहीं हुई है, चारों ओर अपराध और भ्रस्टाचार व्याप्त है।

पूरी तरीके से डबल इंजन की सरकार फेल हो चुकी है। एक नहीं दो- दो उपमुख्यमंत्री हैं भाजपा के और दोनो की 10 महीने में एक उपलब्धि कोई बता दें तो मान लेंगे। दिन भर गाली देना लालू जी को और हमको। गाली देना है तो ठीक है दीजिए लेकिन बिहार के हित के लिए तो कुछ कीजिये।

-भाजपा ने कोर्ट से आरक्षण खत्म करवा दिया

तेजस्वी ने कहा कि जो आरक्षण हमलोगों ने बढ़ाया उसको हमलोग बोले शेड्यूल लाइन में डाल दो तो यहां भाजपा के लोगों ने कोर्ट जाकर आरक्षण ही खत्म करवा दिया। राष्ट्रीय जनता दल इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहा है। मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए है। जो जातीय जनगणना के बाद हमलोगों ने आरक्षित सीमा बढ़ाई 65 प्रतिशत और 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस का रखा, टोटल 75 प्रतिशत। इसपर भी मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल पीछे नहीं हटेगी।

-बाढ़ पीड़ितों के लिए बिहार को कोई स्पेश पैकेज नहीं

बाढ़ में क्या स्पेशल पैकेज मिला बिहार को। 2007, 2008 में कोशी क्षेत्र में भयावह बाढ़ आई थी, तो उस वक़्त तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी , तत्कालीन रेल मंत्री लालू जी आये थे। हजार करोड़ का पैकेज दिए थे, केवल बाढ़ पीड़ितों के लिए। इसबार कितना मिला है। ये लोग केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं , सत्ता में बैठ कर मलाई खाना चाहते हैं, बिहार के न गरीबी, न बेरोजगारी, न मंहगाई, न पलायन, न निवेश, न रोजगार, न कल कारखानों पर बात करते हैं। हमलोगों ने 17 महीने में 5 लाख नौकरियां दी, 3 लाख नौकरियां प्रक्रियाधीन कराई, वो प्रक्रियाधीन नौकरियां थीं वो 10 महीनों में अबतक नहीं हो पाई है। कई विभाग में रिक्त पद हैं। स्वास्थ्य विभाग में भी हमलोगों ने फाइल बढ़ाया लेकिन मुख्यमंत्री ने रोक दिया यह सरकार केवल अपनी चिंता करती है जोड़- तोड़कर के सरकार बनाना डरा धमका कर सरकार बनाना यही काम रह गया है।

-सोया कौन है, किसे जगाने निकले हैं केंद्रीय मंत्री गिरिराज

हम हिन्दू को जोड़ने निकले हैं और तेजस्वी मुस्लिम को जोड़ने निकले हैं कि बात पर तेजस्वी ने पलटवार करते हुए कहा कि गिरिराज सिंह 10 साल से मंत्री है केंद्र में, लेकिन यहां के लोग ये भी नहीं जानते हैं कि उनका मंत्रालय कौन सा है। गिरीराज सिंह को तो काम से कोई मतलब ही नहीं है। 10 साल से अगर कोई उनकी उपलब्धि होती तो वह यात्रा पर निकलते तो अच्छा होता। सोया हुआ कौन है जिसको वह जगाने चले हैं, जा रहे हैं जनता के बीच तो जानता ही उनको जगाएगी। बेबुनियाद बातों की कोई जगह ही नहीं है। इन्हें सिर्फ हिंसा पैदा करना, नफरत पैदा करना ,समाज को बांटना चाहते हैं और उसके आधार पर अपनी राजनीति को चमकाना चाहते हैं। अभी वह कपड़ा टेक्सटाइल मंत्री है। कुछ नहीं किया। इससे पहले क्या थे ग्रामीण विकास मंत्रालय उनके पास था। हम भी 17 महीना ग्रामीण विकास मंत्री रहे तो हमें चिट्ठी लेकर भेजते थे कि फलां जगह रोड बनवा दो। आप इसी से अंदाजा लगा लीजिए की कितनी समझ है उनको।

वाइट –बिहार के भूतपूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव

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