संवाददाता :- विकास कुमार!
भूमि सुधार मंत्री सह बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जयसवाल का बयान। सर्वे होने से बिहार के अंदर जमीन का भविष्य तय हो जाएगा।
सहरसा में आज शनिवार को भूमि सुधार सह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल सहरसा पहुंचे।जहां उन्होंने पीएम विश्वकर्मा योजना के एक साल पूरा होने पर सहरसा के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रथम वर्षगांठ में शिरकत किये।इस कार्यक्रम में बीजेपी विधायक डॉ आलोक रंजन,ने भी शिरकत किये।उसी दौरान मीडिया ने जमीन सर्वे को लेकर सवाल किया कि बिहार में सर्वे करवा रहे हैं सरकार की इसके पीछे क्या मंशा है।
उन्होंने कहा 1890 में अंग्रेज के जमाने में सीएस सर्वे का काम शुरू हुआ था।करीब 130 साल बाद बीच में रिवीजनल सर्वे हुआ था।लेकिन 130 साल बाद सरकार स्पेशल सर्वे सर्वेक्षण अभियान का शुरुवात किया।जब सर्वे की शुरुवात हुई तो 62 प्रतिशत लोग जिनके पास कागजात है उनके अलावे 38 प्रतिशत लोग जिनको वंशावली की जरूरत है जिनको खतियान की जरूरत है जिंनको बंटवारे की जरूरत है उनलोगों को थोड़ा कागजात निकालने में कागजात ढूढने में परेसानी हो रही है लेकिन सर्वे हो जाने के बाद बिहार के अंदर जमींन का भविष्य तय हो जाएगा।,और थानां में 60 प्रतिशत जमीन विवाद को लेकर हत्या ,मारपीट और विभिन्न घटना घटता है थानां में 60 प्रतिशत केस की संख्यां कम हो जाएगी।और सिविल सूट टाइटिल सूट दादा जो केस करता है तो पोता को जो जजमेंट मिलता है 15साल 20 साल चलता है।जब सर्वे होकर सारा पेपर डिजिटल हो जाता है तो उनको भी कोई परेशानी नहीं होगी।लेकिन अभी जैसे सर्वे शुरू हुआ तो दो लोगों को काफी परेसानी हो रही है एक तो वो जो जमीन माफिया जो किसी का जमीन बेचकर किसी के नाम रजिस्ट्री करवा देता था। वैसे दूसरे लोग जो 50 हजार एकड़ जमीन पूरे बिहार का सरकारी जमीन को अतिक्रमण कजिये हुए हैं ।अब उनको लगता है कि सर्वे होने पर उसका सब राज खुल जायेगा।
BYTE :- भूमि सुधार सह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल।