रिपोर्ट:-निभाष मोदी
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के सिंडिकेट हॉल में शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के एडवाइजरी बोर्ड की एक बैठक कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक के लिए निर्धारित किये गए कई एजेंडों पर सहमति बनी। कुलपति का स्वागत रजिस्ट्रार डॉ निरंजन प्रसाद यादव ने बुके भेंट कर किया।
कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि एनएसएस की गतिविधियों और कार्यक्रमों में छात्रों को बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। एनएसएस सामुदायिक जीवन जीने के लिए छात्रों को प्रेरित करता है। एनएसएस का मुख्य उद्देश्य छात्रों में समाज सेवा और राष्ट्र सेवा की भावना पैदा करना है। स्वैच्छिक समुदाय सेवा के माध्यम से युवा छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र के विकास के प्राथमिक उद्देश्य से राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) को शुरू किया गया था।
वीसी ने कहा कि एनएसएस छात्रों के व्यक्तित्व को निखारने में काफी मददगार है।
बैठक में एनएसएस को एनसीसी की तर्ज पर ही कोर्स वर्क के रूप में शुरू करने पर विचार किया गया। ताकि छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास हो सके। इसके लिए कुलपति ने एनएसएस कॉर्डिनेटर को संबंधित सर्कुलर के साथ प्रस्ताव देने को कहा।
फिलहाल टीएमबीयू में एनएसएस के 31 यूनिट कार्यरत हैं। इसे बढ़ाकर 50 यूनिट करने पर विचार किया गया।
साथ ही निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय स्तर पर भी वॉलंटियर्स को बेस्ट एनएसएस अवॉर्ड दिया जाएगा। ऐसी व्यवस्था करने वाला टीएमबीयू संभवतः बिहार का पहला विश्वविद्यालय होगा।
बैठक में एनएसएस के बिहार और झारखंड के क्षेत्रीय निदेशक पियूष परांजपे सहित टीएमबीयू के रजिस्ट्रार डॉ निरंजन प्रसाद यादव, एफए श्रीमधुसूदन, सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में एसएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ रमन सिन्हा, मुरारका कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमरकांत सिंह, टीएनबी लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजीव सिन्हा, डॉ डीएन चौधरी, राजेश नंदन, विजय कुमार वर्मा आदि उपस्थित थे। अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस कॉर्डिनेटर डॉ अनिरुद्ध कुमार ने किया।
यह जानकारी पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने दी।