रिपोर्ट- निभाष मोदी
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भागलपुर इकाई द्वारा आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने के विरोध में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय स्टेडियम में पर्चा वितरण कर छात्रों को 1975 में लगाए गए आपातकाल और उस समय विद्यार्थी परिषद की भूमिका से अवगत कराया गया।
इसके पश्चात स्टेडियम से विश्वविद्यालय परिसर तक एक मशाल जुलूस निकाला गया, जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। जुलूस के माध्यम से आपातकाल के दौरान लोकतंत्र का गला घोंटने वाली नीतियों के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश सह मंत्री कुणाल पाण्डेय ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा,
“जेपी आंदोलन भारतीय लोकतंत्र के लिए एक ऐतिहासिक पड़ाव था, जिसमें विद्यार्थी परिषद ने अग्रणी भूमिका निभाई थी। छात्र शक्ति ही राष्ट्र शक्ति है, और एबीवीपी सदैव देशहित में युवाओं को जागरूक करती रही है।”
वहीं जिला संयोजक सूर्या प्रताप ने कहा,
“आपातकाल भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात था। उस कठिन समय में भी विद्यार्थी परिषद ने अपनी आवाज बुलंद रखी और युवाओं को संगठित कर लोकतंत्र की पुनर्स्थापना में योगदान दिया। आज का यह मशाल जुलूस उसी चेतना को पुनर्जीवित करने का प्रतीक है।”
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के इस महत्वपूर्ण अध्याय से परिचित कराना और उन्हें राष्ट्रनिर्माण की दिशा में प्रेरित करना था।
नगर मंत्री शिवसागर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमन राय, ऋषि, रोहित राज, हर्ष मिश्रा, प्रत्यूष राज, राजा यादव, प्रभाकर मंडल, प्रांजल बाजपेई, शिवम तिवारी ऋषि महतो आनंद गोलू अंकित हिमांशु नीतीश व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे