रिपोर्ट: अरविंद कुमार
फेंकी गई दवाइयों के बारे में जांच करने के लिए दिए गए हैं आदेश: डीएम
मोतिहारी। पूर्वी चंपारण जिले का स्वास्थ्य महकमा अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा चर्चाओं में बना रहता है।ताजा मामला तुरकौलिया पीएचसी से जुड़ा हुआ है।पीएचसी के पुराने शौचालय की टंकी में लाखों रुपये की दवाइयां फेंकी हुई मिली है।शौचालय की टंकी में कई जीवन रक्षक दवाइयां और सिरप फेंकी गई है।हालांकि,इसका वीडियो वरीय पदाधिकारियों के पास पहुंचने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और डीएम ने इस मामले की जांच करके जल्द जांच रिपोर्ट देने के लिए सिविल सर्जन को कहा है।
शौचालय की टंकी में फेंके गए दवाईयों के बारे में पूछे जाने पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि पीएचसी के शौचालय की टंकी में दवाओं के फेंके जाने का वीडियो प्राप्त हुआ है।जिसमें फेंकी हुई दवाईयां दिख रही है।उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन और डीपीएम को जानकारी दे दी गई है और जांच कमिटी गठित करने के लिए कहा गया है।डीएम ने बताया कि किस परिस्थिति में दवाइयां फेंकी गई है और अगर दवाइयां एक्सपायर है।तो उसे ठीक ढ़ंग से नष्ट क्यों नहीं किया गया।इन सारी बिंदुओं पर जांच करने के लिए कहा गया है।
बहरहाल,सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को 104 तरह की दवाईयां मुफ्त में दी जाती है।लेकिन मरीजों को दी जाने वाली दवाओं को अस्पताल के कर्मियों ने पीएचसी के शौचालय की टंकी में फेंक दिया है।फेंकी गाई अधिकांश दवाईयां एक्सपायर हो चुकी है।जिन दवाओं को स्टोर में रखे-रखे स्वास्थ्य कर्मियों ने एक्सपायर करा दिया।लेकिन मरीजों को वितरित नहीं किया और एक्सपायर हो जाने के बाद दवाओं को शौचालय की टंकी में अस्पतालकर्मियों ने फेंक दिया।जिस मामले की जांच की बात डीएम कह रहे हैं।