कार्यकारी संपादक पंकज कुमार ठाकुर!
मर्ज बढ़ता गया नहीं मिला दवा!
सियासी की उपजाऊ भूमि उत्तर प्रदेश और पंजाब पर २०२२चुनावी दस्तक!
कोरोना का कहर जारी है इस बीच सियासी तापमान सातवें आसमान पर है। जहां सत्ता के लिए छुपपम छुपाई का खेल शुरू हो चुका है और इशारों ही इशारों में 22 चुनाव की दस्तक दे रहा है। दरअसल देश के दो ऐसे राज्य हैं जो सियासी तौर पर बेहद उपजाऊ है और इस रूप में देखा भी जाता है ।वह राज्य है उत्तर प्रदेश और पंजाब गौर करें तो उत्तर प्रदेश मे 3 दिन मंथन करने के बाद संगठन महासचिव बीएल संतोष ने भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा को क्या रिपोर्ट सौंपी यह तो भविष्य के गर्भ में है। लेकिन क्या 9 महीने के बाद तैयार उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन के बदलाव के संकेत होंगे या सब कुछ ठीक-ठाक है। तो 9 महीने के बाद पंजाब में भी चुनाव का बिगुल बजेगा तो मुख्यमंत्री अमरेंद्र के खिलाफ पार्टी के असंतोष को लेकर लगातार बैठके हो रही है। तो दूसरा खेमा सिद्धू के साथ दिल्ली के दरबार तक दस्तक देकर मुख्यमंत्री चेहरा चमकाने की कवायद तो नहीं। इधर उत्तर प्रदेश की 14 करोड़ 66 लाख जनता का हिसाब बीजेपी अभी से जोड़-तोड़ में लग गए हैं। दरअसल अगर गौर करेंगे आप तो राजनीतिक दस्तक का तीसरा राज्य बिहार है जहां बीजेपी और जदयू के बीच सवाल उठाने को लेकर उंगली तक काटने की बयानबाजी जारी है तो राजनीतिक में महत्वाकांक्षाओं के बर्तन खटकता है तो दस्तक और हलचल दोनों सुनाई देता है।