सिमरिया गंगा धाम को और अधिक विकसित करने की जरूरत :- सर्वेश कुमार!

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प्रशान्त कुमार ब्यूरो चीफ

बेगूसराय के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सिमरिया गंगा धाम को और विकसित करने की जरूरत विधान पार्षद:- सर्वेश कुमार

बेगूसराय जिले उत्तर बिहार के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सिमरिया गंगा धाम को विकसित करने के लिए विधान परिषद सदस्य दरभंगा स्नातक क्षेत्र सर्वेश कुमार ने राज्य व केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सिमरिया के विकास के लिए अबतक की घोषणा पर्याप्त नहीं है। अबतक जो घोषणाएं हुई है उससे आधा से भी कम घाट का निर्माण हो पाएगा। उक्त बातें रविवार को गंगा समग्र के द्वारा सायोनारा होटल में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 550 मीटर घाट, मंडप व अन्य कार्यों के लिए 114.95 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके लिए हम राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। इसी तरह केंद्र सरकार के नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत 11.92 करोड़ रुपये की स्वीकृति देकर मोक्षधाम व घाट का निर्माण किया जा रहा है। जो अंतिम चरण में है। विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने बताया कि दरभंगा स्नातक क्षेत्र से एमएलसी का चुनाव जीतने के बाद 14 नवंबर 20 को उन्होंने सदन में शपथ ली और इसके बाद फरवरी 21 में 197 वां सत्र मेरे लिए पहला था। इस सत्र में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए हमने सबसे पहले सिमरिया घाट के विकास का मुद्दा उठाया। इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात कर दिशा की बैठक में सिमरिया के विकास को योजना में शामिल करने की मांग की। दिशा की बैठक में जब उन्होंने मुद्दा उठाया तो अन्य जनप्रतिनिधि व क्षेत्रीय सांसद के रूप में गिरीराज सिंह का भी समर्थन मिला जिसका परिणाम हुआ कि जिला प्रशासन ने कमेटी का गठन किया। कमेटी के साथ भी कई बार स्थल का मुआयना करने गए। श्री कुमार ने कहा कि गंगा समग्र के उत्तर बिहार प्रांतीय संयोजक होने के नाते एवं चुनावी वायदे को पूरा करने को लेकर हम प्रशासन से लेकर सदन व सरकार तक मोनेटिंग का काम करते रहते हैं, इसलिए यहां काम तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि मोक्षधाम की स्वीकृति 11 स्थानों पर दी गई थी लेकिन अन्य जगहों पर काम पीछे चल रहा है। उन्होंने कहा कि सिमरिया में घाट निर्माण को लेकर जो राशि स्वीकृत की गई है उसमें जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा का योगदान प्रशंसनीय है। इससे पूर्व वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर सिमरिया घाट पहुंचे थे। सिमरिया के विकास को लेकर उनकी व्यक्तिगत रूचि है। इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। विकास के कार्यों में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए, इसके हम हिमायती रहे हैं और रहेंगे।
सिमरिया धाम में कम से कम 1500 मीटर में घाट‌ की जरूरत है। श्री कुमार ने बताया अभी सिक्स लेन पुल से राजेंद्र पुल तक ही घाट बनाने की स्वीकृति दी गई है। जो 550 मीटर है, जबकि इसे रेलवे लाइन से पश्चिम स्वामी चिदात्मन जी महाराज के आश्रम के आगे श्रीराम घाट तक ले जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा या मुंडन के विशेष मुहूर्त के दिन की भीड़ को छोड़िए, सामान्य दिनों में भी यहां 25-50 हजार श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। उसी हिसाब से घाट भी बननी चाहिए। इसके अलावा शौचालय, महिलाओं के लिए ड्रेस चेंज रूम, पेयजल आपूर्ति के साथ ही सिमरिया में स्थाई पुलिस चौकी बनाने जरूरत है। दिशा की बैठक में उन्होंने जब मामला उठाया था तो कुछ महीने पुलिस की तैनाती की गई थी परन्तु किन कारणों से हटा लिया गया है, इसका खुलासा नही हुआ है। इसको लेकर फिर आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सिमरिया में बाजार को व्यवस्थित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा सिमरिया से जो सैरात से जो भी आमदनी होती है उसका खर्च सिमरिया के विकास के लिए किया जाय। सिमरिया के विकास में सबका हो सहयोग होना चाहिए उन्होंने कहा कि गंगा के पानी की जरूरत सबको है। खासकर जो कंपनियां गंगा से पानी लेती है या लेने वाली हैं उन कंपनियों को अपने सीएसआर फंड से सिमरिया घाट को विकसित करने में योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड का चेयरमैन डीएम होते हैं। तत्कालीन डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने HURL को 11 करोड़ रुपये सिमरिया के विकास मद खर्च करने के लिए लिखा था जिसे अस्वीकार कर दिया गया। जो दुखद है। सीएसआर फंड से कई दशक पहले एनएचएआई से नीचे उतरने के लिए आईओसीएल ने एक सीढ़ी बनाई गई थी उसके बाद कुछ नहीं मिला। इसके साथ ही उन्होंने सैरात से होने वाले राजस्व की प्राप्ति का खर्च सिमरिया में ही करने की मांग की है। नदियों की महत्ता को समझने की जरूरत है इस मौके पर गंगा समग्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेन्द्र प्रसाद सिंह उर्फ लल्लू बाबू ने कहा कि गंगा जीवनदायिनी है यह सभी लोग मानते हैं। लेकिन आज गंगा का अस्तित्व खतरे में है। सिर्फ सरकारी प्रयास से गंगा निर्मल नहीं हो सकती है। जनभागीदारी जरूरी है। गंगा समग्र जन जागरण अभियान चलाकर गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है। उन्होंने अन्य नदियों के महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सभी नदियां जीवनदायिनी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में मीडिया की भूमिका अहम हो सकती है। इसलिए हम आपसे सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।
इस मौके पर गंगा समग्र के प्रेम शंकर, जिला संयोजक अवधेश कुमार, उपमहापौर अनिता देवी राय, गोपालकृष्ण व सुनिल कुमार सिंह उर्फ मुन्ना जी भी उपस्थित थे।

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