यास तूफान में किसानों की सब्जी और प्याज बर्बाद!

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नालंदा से ऋषिकेश की रिपोर्ट

सच ही कहा गया है किसान प्रकृति के साथ जुआ खेलता है अक्सर देखा गया है कि जुए के खेल में किसानों की हार होती है। एक तरफ कोरोना तो दूसरी तरफ पिछले 4 दिनों से यास तूफान का कहर धरतीपुत्र पर कहर बरपा रहा है। सब्जी और प्याज को तबाह यास तूफान ने पूरी तरह से तबाह कर दिया है। गौरतलब है कि नालंदा जिले के कई ऐसे इलाके हैं जहां पर किसानों के द्वारा प्याज की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है, लेकिन यास तूफान ने इन किसानों के मेहनत पर पूरी तरह से पानी फेर दिया है आपको बता दें कि नालंदा जिले के रहुई प्रखंड बिहार शरीफ हरनौत समेत कई ऐसे इलाके हैं जहां पर प्याज की बड़े पैमाने पर की जाती है। वही इस यास तूफान के कारण सिर्फ बिहार शरीफ के शहरी क्षेत्रों में 10 लाख की नुकसान की बात सामने आ रही है। यास तूफान में तबाह हो गए किसानों ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि हम लोग पट्टदारी पर खेती करते हैं सूद और ब्याज पर रुपए लेकर इस बार भी किसानों ने खेती की लेकिन इस तूफान ने मेहताना कमाने के समय पर पानी फेर दिया। किसानों ने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि कि अगर राज्य सरकार हम लोगों को इस फसल क्षती की मुआवजे की राशि नहीं देती है तो किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे। वैसे भी किसानों के आत्महत्या करने की तादात इन्हीं सब कारणों से देश मे बढ़ती जा रही है। मेहनत और पूंजी के डूब जाने से किसान छाती पीटने को मजबूर है। प्रकृति की मार से थके हारे किसान हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। फसलों के नुकसान होने से मंडियों में सब्जी के दाम दुगने हो गए हैं। खेतों में जलभराव के कारण प्याज के पौधे पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं। प्याज और सब्जी की फसलें तो पूरी तरह से तबाह बर्बाद हो गई है। इस अचानक यास मौसम के कारण किसानों के सारे सपनों को बेमौसम बारिश का तूफान ने चकनाचूर कर दिया है।

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